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Meenu Tripathi. posted a new activity comment 7 years, 10 months ago
jai shri ram
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Meenu Tripathi. posted an update 7 years, 10 months ago
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Meenu Tripathi. posted an update 7 years, 11 months ago
महादेव की आराधना से पूरे होते हैं बिगड़े काम
2-1450002863कहते हैं कि महादेव की आराधना करने से जीवन में उपजे तनाव, मानसिक अशांति, तरह-तरह की बीमारियों में राहत मिलती है और रोजगार में लाभ होता है।
शास्त्रों में सर्व प्रामाणिक देवाधि देव महादेव की साधना को अति महत्व दिया है। कहते हैं कि महादेव की आराधना करने से जीवन में उपजे तनाव, मानसिक अश…[Read more] -
Meenu Tripathi. posted an update 7 years, 11 months ago
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Meenu Tripathi. posted a new activity comment 8 years ago
JAI SHRI MAHAKAAL
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Meenu Tripathi. posted a new activity comment 8 years ago
JAI SHRI SITA RAM.
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Meenu Tripathi. posted a new activity comment 8 years ago
JAI SHRI BAJRANGBALI.
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Meenu Tripathi. posted a new activity comment 8 years ago
BILKUL HONI CHAHIYE.
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Meenu Tripathi. posted a new activity comment 8 years ago
JAI SHRI RAM.
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Meenu Tripathi. posted an update 8 years ago
JAI SHRI AYODHYA DHAM KI JAI HO!
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Meenu Tripathi. posted an update 8 years, 1 month ago
कहते हैं कि महादेव की आराधना करने से जीवन में उपजे तनाव, मानसिक अशांति, तरह-तरह की बीमारियों में राहत मिलती है और रोजगार में लाभ होता है।
शास्त्रों में सर्व प्रामाणिक देवाधि देव महादेव की साधना को अति महत्व दिया है। कहते हैं कि महादेव की आराधना करने से जीवन में उपजे तनाव, मानसिक अशांति, तरह-तरह की बीमारियों में राहत मिलती है और रोजगार में ला…[Read more] -
Meenu Tripathi. posted an update 8 years, 1 month ago
जैसा कि उल्लेखित है कि चंद्रमा का विवाह 27 दक्ष कन्याओं यानी 27 नक्षत्र से हुआ, इनमें एक नक्षत्र रोहिणी भी हैं जो चंद्रमा को अधिक प्रिय हैं। यही कारण है कि चंद्रमा को शाप ग्रस्त होना पड़ा। विवाह के समय जन्म कुंडली मिलान के लिए वर और वधू के जन्म नक्षत्र का ही सबसे अधिक महत्व होता है।
चंद्रमा का नक्षत्रों से मिलन ‘नक्षत्र योग’ और ज्योतिष को…[Read more] -
Meenu Tripathi. posted an update 8 years, 1 month ago
जब प्रभु श्रीराम ने दिया अनोखा वरदान
4304096991_4b80a9861b-246×300लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद भगवान श्रीराम अयोध्या में अपने परिजनों के साथ बैठे हुए थे। श्रीराम,
हनुमानजी द्वारा की गई सहायता को याद कर भावविभोर हो रहे थे। वह बोले, ‘ हनुमान ने संकट के समय मेरी सहायता की, लेकिन मैंने उन्हें कुछ भी नहीं दिया।’
उन्होंने हनुमानजी से कहा, मैंन…[Read more] -
Meenu Tripathi. posted an update 8 years, 11 months ago
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Meenu Tripathi. posted an update 9 years ago