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माया ब्रह्म की शक्ति है जो अनुभव तो किया जा सके, लेकिन उसका कोई अस्तित्व न हो

माया मनुष्य के जीवन का आधार है। संसार में जो दिखता है, वह सब माया है। लेकिन इसी में संसार का अस्तित्व है। माया ब्रह्म की शक्ति है, जो सत्य को ढक लेती है। माया का अर्थ है- जो अनुभव तो किया जा सके, लेकिन उसका कोई अस्तित्व न हो। आभासी दुनिया इसी का नाम है। इसका अर्थ एक ऐसी …

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मां सीता ने जीवन में काफी संघर्ष किया माँ के गुणों से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है: धर्म

मां सीता के व्यक्तित्व और गुणों से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। मां सीता ने जीवन में काफी संघर्ष किया। विवाह के तुरंत बाद वनवास मिल गया और वनवास के दौरान रावण उन्हें अपहरण कर के ले गया।अयोध्या में वापसी के बाद अग्नि परिक्षा से गुजरना पड़ा। इतनी कठिन परिस्थितियों में भी मां ने कभी हार नहीं मानी और एक …

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स्वामी दयानंद सरस्वती की भगवान शिव में गहरी आस्था थी: धर्म

स्वामी दयानंद (Swami Dayanand Saraswati) आर्य समाज के संस्थापक, महान चिंतक, समाज-सुधारक और देशभक्त थे। स्वामी दयानंद सरस्वती का जन्म (Swami Dayanand Saraswati Birthday) 12 फरवरी 1824 को गुजरात के टंकारा में हुआ था. हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन महीने की कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि पर आर्य समाज के संस्थापक और आधुनिक भारत के महान चिन्तक और समाज-सुधारक महर्षि …

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श्री सिद्धगंगा मठ की स्थापना 15वीं शताब्दी में हुई: धर्म

श्री सिद्धगंगा मठ लिंगायत समुदाय का मुख्य मठ माना जाता है. सिद्धगंगा मठ बेंगलुरु से लगभग 80 किलोमीटर दूर तुमकुरु में है. इन सबके अलावा इस मठ को भाजपा समर्थक भी माना जाता है. श्री सिद्धगंगा मठ बहुत पुराना और एक तरह का गुरुकुल है, जो बहुत ही सुंदर और शांत है. ये मठ जरूरतमंदों और गरीबों की सेवा करता …

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दक्षिण भारत के केरल में प्रसिद्ध अय्यप्पा स्वामी मंदिर करोड़ों हिंदुओं की आस्था का प्रतीक: धर्म

भारत के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है सबरीमाला का मंदिर. यहां हर दिन लाखों लोग दर्शन करने के लिए आते हैं. इस मंदिर को मक्का-मदीना की तरह विश्व के सबसे बड़े तीर्थ स्थानों में से एक माना जाता है. अय्यप्पा स्वामी मंदिर करोड़ों हिंदुओं की आस्था का प्रतीक है. दक्षिण भारत के केरल में सबरीमाला में अय्यप्पा स्वामी मंदिर …

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