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ऐसे करें शिव चालीसा का पाठ, पूरी होंगी सभी मनोकामनाएं

पूजा पाठ में शिव चालीसा का बहुत महत्व है. शिव चालीसा के सरल शब्दों से भगवान शिव को प्रसन्न किया जा सकता है. शिव चालीसा के पाठ से कठिन से कठिन कार्य को बहुत ही आसानी से किया जा सकता है. शिव चालीसा की 40 पंक्तियां सरल शब्दों में विद्यमान हैं, जिनकी महिमा बहुत ही ज्यादा है. भोले स्वभाव के …

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कृष्ण का वो पुत्र जिसके कारण सम्पूर्ण यदुवंश का नाश हो गया

साम्ब कृष्ण और उनकी दूसरी पत्नी जांबवंती के ज्येष्ठ पुत्र थे जिसका विवाह दुर्योधन की पुत्री लक्ष्मणा से हुआ था। जब महाभारत का युद्ध समाप्त हुआ तो गांधारी ने कृष्ण को इसका दोषी मानते हुए यदुकुल के नाश का श्राप दे दिया जिसे कृष्ण ने सहर्ष स्वीकार किया। उन्होंने ये भी कहा कि समय आने पर वे और बलराम स्वयं …

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भगवान श्रीराम ने वनवास के दौरान किए थे ये 5 अद्भुत कार्य

भगवान राम को ‘मर्यादा पुरुषोत्तम’ कहा गया है अर्थात पुरुषों में सबसे श्रेष्ठ उत्तम पुरुष। मंथरा के द्वारा कैकयी के कान भरने के बाद कौशल्या पुत्र भगवान श्रीराम को उनके पिता दशरथ ने 14 वर्ष का वनवास सुनाया। वनवास में उनके साथ उनके भाई लक्ष्मण और पत्नी सीता भी गई थीं। नए शोधानुसार रामायण काल को लगभग 7323 ईसा पूर्व का बताया गया है, जबकि …

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प्रभु श्रीराम के धनुष कोदंड की खासियत जानकर चौंक जाएंगे आप

एक बार समुद्र पार करने का जब कोई मार्ग नहीं समझ में आया तो भगवान श्रीराम ने समुद्र को अपने तीर से सुखाने की सोची और उन्होंने तरकश से अपना तीर निकाला ही था और प्रत्यंचा पर चढ़ाया ही था कि समुद्र के देवता वरुणदेव प्रकट हो गए और उनसे प्रार्थना करने लगे थे। बहुत अनुनय-विनय के बाद राम ने अपना तीर तरकश में रख लिया।भगवान श्रीराम को …

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हनुमानजी ने जब उखाड़ना चाहा रामेश्वरम के ज्योतिर्लिंग को तब टूट गया अभिमान

तमिल भाषा में लिखी महर्षि कम्बन की रामायण ‘इरामावतारम्’ में एक कथा का उल्लेख मिलता है। यह कथा हमें वाल्मिकी रामायण और तुलसीदासकृत रामचरित मानस में नहीं मिलती है। वाल्मिकी रामायण के इतर भी रामायण काल की कई घटनाओं का जिक्र हमें इरामावतारम्, अद्भुत रामायण और आनंद रामायण में मिलता है। ऐसी ही एक कथा है रामेश्वरम में शिवलिंग स्थापना की जिसका जिक्र स्कन्दपुराण …

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