एक समय सर्व प्राणियों के हितार्थ परम पावन भागीरथी के तट पर ऋषि समाज द्वारा विशाल गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस सभा में व्यासजी के परम शिष्य पुराणवेत्ता सूतजी महाराज हरि कीर्तन करते हुए पधारे।सूतजी को आते हुए देखकर शौनकादि 88,000 ऋषि-मुनियों ने खड़े होकर दंडवत प्रणाम किया। महाज्ञानी सूतजी ने भक्तिभाव से ऋषियों को हृदय से लगाया तथा …
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हर सोमवार राशि अनुसार शिव को चढ़ाएं यह सामग्री, पाएं खुशियां मनचाही
हमारे शास्त्रों में प्रदोष व्रत की बड़ी महिमा है। रविवार को आने वाला यह प्रदोष व्रत स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। यह व्रत करने वाले की स्वास्थ्य से संबंधित परेशानियां दूर होती हैं अत: स्वास्थ्य में सुधार होकर मनुष्य सुखपूर्वक जीवन-यापन करता है। वर्ष 2019 में यह व्रत रविवार, 17 फरवरी को मनाया जा रहा है।उज्जैन में ही क्यों विराजित …
Read More »रवि प्रदोष व्रत आज, देता है अच्छा स्वास्थ्य, जानें कैसे करें पूजन…
हमारे शास्त्रों में प्रदोष व्रत की बड़ी महिमा है। रविवार को आने वाला यह प्रदोष व्रत स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। यह व्रत करने वाले की स्वास्थ्य से संबंधित परेशानियां दूर होती हैं अत: स्वास्थ्य में सुधार होकर मनुष्य सुखपूर्वक जीवन-यापन करता है। वर्ष 2019 में यह व्रत रविवार, 17 फरवरी को मनाया जा रहा है।आइए जानें कैसे करें पूजन …
Read More »जब ऋषि मार्कण्डेय ने उर्वशी का मान भंग किया
उर्वशी के विषय में हम सभी जानते है। वो देवराज इंद्र की सबसे सुन्दर अप्सरा और अन्य अप्सराओं की प्रमुख थी। पृथ्वी महान ऋषिओं-मुनिओं से भरी हुई थी और जब भी कोई मनुष्य घोर तपस्या करता था, देवराज इंद्र अपनी कोई अप्सरा उसकी तपस्या भंग करने के लिए भेज देते थे। कदाचित अपने सिंहासन के लिए वे कुछ अधिक ही …
Read More »इस तरह अपना कौमार्य खोने के बाद वापस पा लेती थीं द्रौपदी
Web_Wing दुनियाभर के सभी लोग इस बात से वाकिफ हैं कि द्रौपदी ने कभी चुप रहने में विश्वास नहीं किया था और उन्होंने धृतराष्ट्र से न्याय भी मांगा था लेकिन कुछ नहीं हुआ था. वहीं उसके बाद द्रोणाचार्य, कृपाचार्य और उनके पतियों जैसे महान योद्धाओं की भी निंदा हुई जो चीर-हरण के दौरान द्रौपदी को भी अपमान से नहीं बचा …
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