राम के काल में सम्पाती और जटायु नाम के दो गरूड़ थे। ये दोनों ही देव पक्षी अरुण के पुत्र थे। दरअसल, प्रजापति कश्यप की पत्नी विनता के दो पुत्र हुए- गरूड़ और अरुण। गरूड़जी विष्णु की शरण में चले गए और अरुणजी सूर्य के सारथी हुए। सम्पाती और जटायु इन्हीं अरुण के पुत्र थे।ये दोनों विंध्याचल पर्वत की तलहटी …
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ऐसे हुआ था भगवान शिव की पूर्ति का जन्म और विवाह
दुनियाभर में ना जाने कितनी ही पौराणिक कथाएँ हैं जिनके बारे में आप सभी ने सुना या पढ़ा होगा. ऐसे में आप सभी भगवान शिव की पुत्री और उनके विवाह के बारे में शायद ही जानते होंगे. तो आइए आज हम आपको बताते हैं इससे जुडी पौराणिक कथा के बारे में. पौराणिक कथा – भगवान शिव की एक पुत्र का नाम …
Read More »सुख-समृद्धि के लिए इस महाशिवरात्रि पर बनाए ऐसा शिवलिंग और करें पूजा
आप सभी को पता ही होगा कि तंत्र क्रियाओं के लिए शिवलिंग के कई प्रकार के होते हैं और अलग-अलग कामना की पूर्ति के लिए अलग-अलग शिवलिंग की पूजा की जाती है. ऐसे में आज हम आपको इसी के बारे में बताने जा रहे हैं. आइए बताते हैं. कहते हैं अगर किसी व्यक्ति को अकाल मृत्यु का भय सताता है …
Read More »काल भैरव की साधना से नहीं होता प्रेत बाधाओं का डर, कहे जाते हैं काशी के कोतवाल
काल भैरव भगवान शिव के ही अंशावतार माने जाते हैं। शिव का अवतार होने के कारण उनमें असीम शक्तियां विद्यमान हैं, जो भी व्यक्ति सच्चे मन से बाबा काल भैरव की साधना करता है, उसे जादू टोने, भूत प्रेत व अन्य किसी भी तरह की बाधाओं का डर नहीं रहता है। आपके मन में जो भी नकारात्मकता मौजूद है, वह …
Read More »आखिर क्यों भोलेनाथ के जयकारे में बोला जाता है ‘बम बम भोले’
हर साल आने वाली महाशिवरात्रि इस बार 4 मार्च को है. ऐसे में शिव पूजा चाहें श्रावण मास में करें, शिवरात्रि पर करें या नित्य, भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए पूजा के अंत में गाल बजाकर ‘बम बम भोले’ या ‘बोल बम बम’ का उच्चारण किया जाता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों कहते …
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