हर व्यक्ति अपनी इच्छाओं की पूर्ती और आस्था को जताने के लिए भगवान की उपासना करता हैं और चाहता है कि उसे उसके द्वारा किए गए जप का पूर्ण लाभ मिले। लेकिन क्या जानते है आप कि जप करते समय व्यक्ति कई बार ऐसी छोटी छोटी गलतियाँ कर बैठता है जिसकी वजह से जप का लाभ उसे नहीं मिल पाता …
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आइये जानते है बैसाखी पर्व 14 अप्रैल को क्यों मनाया जाता है क्या है ? इस पर्व का महत्व
भारत त्योहारों का देश है,बैसाखी नाम वैशाख से बना है। यहां लोग कई धर्मों को मानने वाले रहते है और अपने-अपने त्योहार सभी धर्मों के है। पंजाब और आसपास के प्रदेशों का सबसे बड़ा त्योहार बैसाखी है। बैसाखी पर्व को सिख समुदाय नए साल के रूप में मनाते हैं। इस वर्ष बैसाखी का पर्व रविवार, 14 अप्रैल 2019 को मनाया जा रहा है। …
Read More »भगवान श्री राम के पैरों में ये कैसा अद्भुत चिह्न, हैरान हो जाएंगे जानकर आप..
गोस्वामी तुलसीदासजी ने श्रीरामचरितमानस में मुख्य रूप से श्रीराम के पैर के 5 ही चिह्न का वर्णन किया है- ध्वज, वज्र, अंकुश, कमल और ऊर्ध्व रेखा। किंतु पवित्र अन्य ग्रंथों को मिलाकर देखा जाए तो पवित्र 48 चिह्न मिलते हैं। दक्षिण पैर में 24 और वाम पैर में 24। आशचर्य की बात यह है कि जो चिह्न श्रीराम के दक्षिण …
Read More »मां दुर्गा की नौवीं शक्ति सिद्धिदात्री की पावन कथा
हे मां! सर्वत्र विराजमान और मां सिद्धिदात्री के रूप में प्रसिद्ध अम्बे, आपको मेरा बार-बार प्रणाम है। या मैं आपको बारंबार प्रणाम करता हूँ। हे मां, मुझे अपनी कृपा का पात्र बनाओ। मां दुर्गाजी की नौवीं शक्ति का नाम सिद्धिदात्री हैं। ये सभी प्रकार की सिद्धियों को देने वाली हैं। नवरात्रि-पूजन के नौवें दिन इनकी उपासना की जाती है। इस …
Read More »श्रीराम जी की पवित्र जन्म कथा, रामनवमी पर पढ़ने से मिलता है मनचाहा आशीष
रामायण और रामचरित मानस हमारे पवित्र ग्रंथ हैं। तुलसीदास जी ने श्री राम को ईश्वर मान कर रामचरितमानस की रचना की है किन्तु आदिकवि वाल्मीकि ने अपने रामायण में श्री राम को मनुष्य ही माना है। तुलसीदास जी ने रामचरितमानस को राम के राज्यभिषेक के बाद समाप्त कर दिया है वहीं आदिकवि श्री वाल्मीकि ने अपने रामायण में कथा को …
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