आप सभी ने कई कथाए और कहानियाँ सुनी होंगी. ऐसे में शनि देव अति जागृत देवता हैं और इनकी कहानी भी काफी रोचक है. जी हाँ, पौराणिक कथा के अनुसार श्री शनि भगवान के पिता जी सूर्य देव तथा माता संज्ञा हैं. ब्रह्मदेव के पुत्र दक्ष की कन्या, संज्ञा अत्यंत रूपवती थी. दक्ष ने अपनी कन्या संज्ञा की शादी सूर्यदेव …
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शिवालय जहां आज भी मिलते हैं पवित्र अग्नि स्तंभ के निशान
कहा जाता है कि इस सृष्टि की रचना आदि देवों द्वारा की गई है। आदि देव जिन्होंने समय समय पर विभिन्न स्वरूपों को अपनी शक्ति से अवतरित किया। ऐसे आदि देव भगवान भोलेनाथ यानि शिव कहलाते हैं। शिव में ही सस्त सृष्टि का सार है और सृष्टि के कण – कण में शिव का वास है। शिव अपनी शक्ति के …
Read More »रविवार लगाऐं सूर्य देव को गुड़ का भोग
भगवान सूर्य जिन्हें प्रत्यक्ष देवता कहा जाता है। इस धरती पर हम भगवान आदित्य की किरणों के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। भगवान सूर्य की रश्मियों से हमें जीवनीय उर्जा प्राप्त होती है। इससे हमें विटामिन डी भी प्राप्त होता है यह बात विश्लेषक सिद्ध कर चुके हैं। ऐसे में भगवान सूर्य का धार्मिक महत्व और …
Read More »सोमवार को फलदायी होती है शिव आराधना
सचार चर पर पूर्णात् शिवोहम्, शिवोहम्..। इस तरह का मंत्र आपने अपने जीवन में कई बार सुना होगा। दरअसल शिव ही इस सृष्टि का आधार हैं। शिव को आदि देवों में माना जाता है। इन्हें महादेव भी कहा जाता हैं वेद में इन्हें रूद्र कहा जाता है। ये व्यक्ति की चेतना के अंतर्यामी हैं, शिव की अर्धांगिनी को शक्ति का …
Read More »शनि साधना से सारे कष्ट हो जाते हैं दूर
शनि देव। नाम सुनते ही भगवान शनि देव के प्रकोप से अच्छे – अच्छे भी भयभीत होने लगते हैं। ऐसे में हर कोई शनि नाम की माला जपने लगता है। कहा जाता है कि शनि की वक्र दृष्टि लोगों को अच्छे दिन भी दिखाती है और कई लोगों को परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है। भगवान शनि देव की …
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