शनि ग्रह न्याय के देवता हैं। शनि लोगों को उनके कर्मों के मुताबिक फल देते हैं। इसलिए ज्योतिष में इन्हें कर्मफलदाता माना गया है। ये मकर और कुंभ के स्वामी हैं। शनि तुला में उच्च और मेष राशि में नीच भाव में होते हैं। कुंडली में शनि की महादशा 19 वर्ष की होती है। शनि की चाल सभी ग्रहों में …
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शनि पीड़ा से मुक्ति के कुछ उपाय
भगवान शनि देव का ग्रहों में विशेष स्थान है। दरअसल खगोलीय दृष्टिकोण से शनि ग्रह के वलय हमेशा से सभी को आकर्षित करते रहे हैं। दूसरी ओर ज्योतिषीय गणनाओं में भी शनि को बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान हासिल है। दरअसल शनि के प्रभाव से व्यक्ति सुख और दुख का अनुभव भोगता है। जातक की कुंडली में शनि के प्रभाव से …
Read More »साकल माता देती हैं शीघ्र विवाह का वरदान
यूं तो शुक्रवार को हर देवी की उपासना लाभप्रद होती है लेकिन यदि शुक्रवार को विशेष मंदिरों में दर्शन किए जाऐं तो यह शुभफलदायी होता है। दरअसल शुक्रवार को विधाता माता के दरबार में अर्जी लगाने से कुंवारों का शीघ्र विवाह होता है। कुंवारी कन्याओं और युवकों को जल्द शादी का आशीर्वाद मिलता है। दरअसल यदि मध्यप्रदेश के उज्जैन में …
Read More »इन उपायों से दूर हो सकता है मंगल दोष
जन्म कुंडली और उसमें दर्शाई गई ग्रह स्थिति व्यक्ति के मनोभाव और जीवन को बेहद प्रभावित करती है। व्यक्ति के जीवन जीने का तरीका, उसके विचार, उसका कैरियर, धन, आयु, विद्या आदि सभी इनसे प्रभावित होती है। ग्रह दशा से उसका वैवाहिक जीवन भी प्रभावित होता है। ऐसे में मंगल ग्रह भी जातक को बेहद प्रभावित करता है। मंगल यदि जन्म कुंडली …
Read More »जब हनुमान ने लगाई लंका में आग
हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार हनुमान जी को वीरता, भक्ति और शक्ति का परिचायक माना जाता है। हनुमान जी अत्याधिक बलशाली वीरता के प्रतीक माने जाते हे। कलयुग के देवता हनुमानजी की भक्ति और पूजा से ही नहीं, बल्कि उनके जीवन की कुछ बातें ग्रहण करने से भी हमारी परेशानियां दूर हो सकती हैं।धर्म शास्त्रों के अनुसार चैत्र मास …
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