भगवान श्री शनि देव की महिमा अपरंपार है। आज भी भगवान शनि देव के प्रति श्रद्धालुओं में इतनी आस्था है कि शनि देव के प्रमुख धाम शिंगणापुर में पूरे गांवों में न तो ताले लगाए जाते हैं और न ही घरों में दरवाजे हैं। श्रद्धालुओं की मान्यता है कि यहां पर चोरी करने वालों को शनि देव स्वयं दंड देते …
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मैहर माता के दर्शन से मिलता है कई जन्मों का पुण्य
वैसे तो भारत में बड़े पैमाने पर भगवान के देवालय मिल जाऐंगे। देशभर में देवी मंदिर भी बहुत मिल जाऐंगे लेकिन कुछ ही मंदिर ऐसे हैं जो बेहद प्रमुख माने जाते हैं। ऐसे ही मंदिरों में से एक है मैहर का मंदिर। मैहर मां शारदा के जागृत स्थलों में से एक माना जाता है। यह मंदिर शक्तिपीठ में शामिल है। …
Read More »काली अँधेरी रात के प्रकोप से चाहते है बचना तो, पूजा में इन 10 बातों का रखें ध्यान
किसी भी रात्रि में सबसे ज्यादा अँधेरा होती है. इसे दिवाली की रात महानिशा की रात्रि भी कहते हैं. ऐसा माना जाता है कि इस रात्रि को महालक्ष्मी पृथ्वी का भ्रमण करती हैं जो कोई भी इस रात्रि को लक्ष्मी जी का पूजन करता है उसकी प्रार्थना अवश्य स्वीकृत होती है. इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा से पूरे वर्ष …
Read More »बद्रीनाथ धाम से जुड़ी ये अनोखी बाते कम लोगो को ही है पता
सृष्टि का आठवां वैकुंठ कहलाने वाले बद्रीनाथ धाम के बारे में सभी लोग जानते है बाबा बद्रीनाथ के दर्शन करने वाला बहुत अधिक सौभाग्यशाली होता है यह हिन्दुओं के चार धामों में से एक धाम है.जो अलकानंदा नदी के किनारे उत्तराखंड राज्य में स्थित है. यहां भगवान विष्णु 6 माह निद्रा में रहते हैं और 6 माह जागते हैं. ऐसे …
Read More »4 मठ स्थापित करने के लिए आदिशंकराचार्य ने उपयोग किया चारों दिशाओं का
प्राचीन भारतीय सनातन परम्परा के विकास और हिंदू धर्म के प्रचार-प्रसार में आदि शंकराचार्य का महान योगदान रहा है. उन्होंने भारतीय सनातन परम्परा को पूरे देश में फैलाने के लिए भारत के चारों कोनों में चार शंकराचार्य मठों की स्थापना की थी. ये चारों मठ आज भी चार शंकराचार्यों के नेतृत्व में सनातन परम्परा का प्रचार व प्रसार कर रहे …
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