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चाणक्य निति: जीवन में यदि चमकाना है तो चाणक्य की इन तीन बातों को हमेशा रखें याद

चाणक्य की गिनती भारत के श्रेष्ठ विद्वानों में की जाती है. चाणक्य का संबंध विश्व प्रसिद्ध तक्षशिला विश्व विद्यलाय से था. चाणक्य इस विश्व विद्यालय में विद्यार्थियों को विभिन्न विषयों की शिक्षा देते थे. चाणक्य एक शिक्षक होने के साथ साथ कई विषयों के विशेषज्ञ भी थी, चाणक्य अर्थशास्त्र के मर्मज्ञ थे, इसके साथ ही उन्हें समाजशास्त्र, नागरिक शास्त्र, राजनीति …

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जीवन में सफलता पाने के लिए इन आदतों जल्द करे त्याग

गीता में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि आचरण को लेकर मनुष्य को सदैव गंभीर और सर्तक रहना चाहिए. जो व्यक्ति अपने आचरण को लेकर सचेत नहीं रहता है उसे परेशानियों का सामना करना पड़ता है. भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं- यद्यदाचरति श्रेष्ठस्तत्तदेवेतरो जन: । स यत्प्रमाणं कुरुते लोकस्तदनुवर्तते ॥ गीता के इस उपदेश का अर्थ है कि महान व्यक्ति के आचरण …

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मोक्षदा एकादशी: एकादशी के दिन क्यों नहीं खाए जाते चावल, जानें इसकी वजह

एकादशी तिथि का सनातन धर्म में एक महत्वपूर्ण स्थान है. एकादशी व्रत को सभी व्रतों में श्रेष्ठ बताया गया है. साल 2020 की आखिरी एकादशी इस बार 25 दिसंबर को है और इसे मोक्षदा एकादशी के नाम से जाना जाता है. एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. इस दिन चावल नहीं खाए जाते हैं. जो लोग …

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चाणक्य के अनुसार समाज केवल इन लोगों को देता है सम्मान, जानिए आज की चाणक्य नीति

आचार्य चाणक्य की शिक्षाएं भले ही सदियों पुरानी हों लेकिन इनकी प्रासंगिकता आज भी बनी हुई है. चाणक्य के अनुसार धन और पद से किसी भी व्यक्ति को सफल नहीं माना जाता है. सफल वही है जो समाज में अनुकरणीय और पुज्यनीय हो. यानि सफल वही है जो जीवित और मृत्यु के बाद भी लोगों को याद आए. लोग उसके …

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महाभारत के युद्ध के बाद आखिर क्यों जल गया था अर्जुन का रथ, पढ़े ये रोचक कथा

महाभारत की कथा से यूं तो सभी परिचित हैं लेकिन अभी भी इसके कई पक्ष हैं जिनके बारे में लोगों को अधिक जानकारी नहीं है. ऐसी ही एक कहानी है अर्जुन के रथ से जुड़ी. यूं तो महाभारत के युद्ध में दोनों ओर के अनेको योद्धा अपने-अपने रथ पर युद्ध कर रहे थे लेकिन अर्जुन का रथ इन सब में …

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