प्राचीन काल में पृथ्वी पर सौराष्ट्र राज्य में सौदास नाम का राजा हुआ करता था वह बहुत दुराचारी और अधर्मी था। उसने अपने राज्य में घोषणा कर रखी थी कि उसके राज्य में कोई भी दान, धर्म, हवन, तर्पण समेत अन्य धार्मिक कार्य नहीं करेगा। राजा की आज्ञा से वहां के लोग राज्य छोड़कर अन्य जगह चले गये। जो लोग …
Read More »LATEST UPDATES
प्रभु राम जब आए अयोध्या, घी के दीये से किया प्रकाश
प्रकाशोत्सव दीपावली भारत का एक मुख्य त्योहार है। इस दिन लोग हर्षोल्लास के रंग में सराबोर रहते हैं। घरों की साफ-सफाई से लेकर घरों के बाहर रोशनी और दीपकों से घर को सुंदर बनाते हैं। यह त्योहार एकता और समृद्धि का सूचक है। घर में समृद्धि की देवी लक्ष्मी का प्रवेश हो इसलिए इस दीपावली के दिन लोग घरों के …
Read More »दीपावली पूजन के लिए मां लक्ष्मी की आरती
ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता। तुमको निस दिन सेवत, हर विष्णु धाता ॥ ॐ जय…॥ उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग माता। सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता ॥ ॐ जय…॥ दुर्गारूप निरंजनि, सुख सम्पति दाता। जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि-धन पाता ॥ ॐ जय…॥ तुम पाताल निवासिनि, तुम ही शुभ दाता। कर्म प्रभाव प्रकाशिनि, भवनिधि की त्राता …
Read More »इन आयुर्वेद चिकित्सकों पर थी धन्वंतरि की कृपा, दुनिया करती है इन्हें सलाम
पुरातत्ववेताओं के अनुसार संसार की प्राचीनतम पुस्तक ऋग्वेद है। इस संहिता में भी आयुर्वेद के अतिमहत्वपूर्ण सिद्धान्तों का उल्लेख है। विभिन्न विद्वानों ने इसका निर्माण काल ईसा के 3 हजार से 50 हजार वर्ष पूर्व तक का माना है । इससे आयुर्वेद की प्राचीनता सिद्ध होती है। अत: हम कह सकते हैं कि आयुर्वेद का रचनाकाल सृष्टि की उत्पत्ति के …
Read More »यदि राजा बलि के 100 यज्ञ हो जाते पूरे तो
दीपावली से जुड़ी कई रोचक कहानियां हैं। इन्हीं में से एक है राजा बलि की पौराणिक कहानी, यह कहानी इसलिए भी रोचक है कि, यदि राजा बलि के 100 यज्ञ पूरे हो जाते तो वो अमर हो जाते। इसलिए भगवान विष्णु ने वामन अवतार लिया और उनसे तीन पग जमीन मांगी थी। राजा बलि और भगवान वामन की कहानी: श्रीमद् …
Read More »