जब युधिष्ठिर कहने लगे कि हे भगवन्! आपने हजारों यज्ञ और लाख गौदान को भी एकादशी व्रत के बराबर नहीं बताया, सो यह तिथि सब तिथियों से उत्तम कैसे हुई, बताइए भगवन् कहने लगे- हे युधिष्ठिर! इस संबंध में पौराणिक कथा के अनुसार सतयुग में मुर नाम का दैत्य उत्पन्न हुआ। वह बड़ा बलवान और भयानक था। उस प्रचंड दैत्य …
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जानिए उत्पन्ना एकादशी की पौराणिक कथा
आप सभी जानते ही होंगे कि अगहन यानी मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के नाम से जानते है. ऐसे में इस साल यह दिन सोमवार, 3 दिसंबर 2018 को आ रहा है. कहते हैं इस व्रत को वैतरणी एकादशी भी कहा जाता है, क्योंकि इस दिन देवी एकादशी का जन्म हुआ था. मान्यता है कि वैतरणी एकादशी …
Read More »जब श्रीकृष्ण को खतरे का आभास हुआ तो उन्होंने किए दो बड़े कार्य, जानिए रहस्य…
वैसे तो महाभारत में ऐसे कई मौके आए जबकि श्रीकृष्ण की जान जा सकती थी, लेकिन उन्होंने बहुत ही चतुराई और शक्ति से खुद को बचाए रखा। एक बार वे कालयवन के चंगुल से बच निकले थे। दूसरी बार जब द्रौपदी का स्वयंवर होने वाला था, तो श्रीकृष्ण अकेले ही थे और वह भी निहत्थे अपने कट्टर दुश्मन जरासंध के पास उन्हें समझाने पहुंच …
Read More »हनुमान के जन्म की कथा
यह कथा सुनकर श्रीराम हाथ जोड़कर अगस्त्य मुनि से बोले, “मुनिराज! इसमें सन्देह नहीं कि बालि और रावण दोनों ही भारी बलवान थे, परन्तु मेरा विचार है कि हनुमान उन दोनों से अधिक बलवान हैं। इनमें शूरवीरता, बल, धैर्य, नीति, सद्गुण सभी उनसे अधिक हैं। यदि मुझे ये न मिलते तो भला क्या जानकी का पता लग सकता था? मेरे …
Read More »राम लक्ष्मण बन्धन में एवं अन्य राक्षसों का वध
जब दोनों सेनाओं के भयंकर युद्ध को देखकर भगवान सूर्य अस्ताचल की ओर चल दिये और चारों ओर अन्धकार छा गया तो इस अन्धकार का लाभ उठाकर राक्षस दूने उत्साह से वानरों पर पिल पड़े। उनके आकार को देखकर वानर भी राक्षस को पहचानकर ‘यह राक्षस है’ ‘यह राक्षस है’ कहते उन पर प्रतिघात करने लगे। दोनों ओर से ही …
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