आज देश में रामनवमी को धूम-धाम से मनाया जा रहा है। हमारे देश भारत में चैत्र मास की नवमी को भगवान राम का जन्मदिन मनाया जाता है, जिसे कि हम ‘रामनवमी’ कहते हैं। ‘भगवान राम’ ने मर्यादा के पालन के लिए राज्य, मित्र, माता पिता, यहां तक की पत्नी का भी साथ छोड़ा। ‘भगवान राम’ के जन्म को लेकर अलग-अलग …
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आठवें दिन करें मां के धवल वस्त्र धारिणी महागौरी स्वरूप की पूजा
माता दुर्गाज़ी की आठवीं शक्ति का नाम है महागौरी। कहते हैं कि जब हिमालय मे कठोर तपस्या करते समय देवी सती का शरीर धूल-मिट्टी से मलिन हो गया था, तब शिवजी ने उन्हें गंगा जल से साफ किया था जिससे उन्हें गौरवर्ण प्राप्त हुआ आैर वे महागौरी नाम से प्रसिद्ध हुईं। देवी के इसी रूप ने शुभ निशुम्भ से पराजित …
Read More »नवरात्रि में मखाने के साथ माँ दुर्गा को अर्पित करें यह एक चीज़…
आप सभी जानते ही हैं कि शारदीय नवरात्रि शुरू हो चुकी है और यह नवरात्री देवी दुर्गा को समर्पित होती है. ऐसे में नवरात्रि के नौं दिनों भक्त दुर्गा के सभी रुपों की पूजा-अर्चना करते हैं और उन्हें प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं. कहते हैं कि शक्ति का पर्व नवरात्रि धन के विशेष उपायों के लिए …
Read More »माता सीता ने भी किया था एक घोर पाप, यकीन नहीं कर पाएंगे आप
भगवान श्री राम विष्णु जी का एक अवतार थे। भगवान को नारद जी ने उनके छल से क्रोधित होकर एक श्राप दिया था जिसके कारण उन्होंने भगवान श्रीराम का रूप धारण करना पड़ा था। भगवान हो या इंसान उन्हें उनकी गलती सजा जरूर भोगनी पड़ती है। तो आइए आज हम आपको बताएंगे कि किस कारण माता सीता को श्राप मिला …
Read More »भगवान श्रीराम ने स्थापित किया श्रीरामेश्वरम धाम, शिवलिंग पूजन से भगवान शिव को किया था प्रसन्न
उत्तर में हिमालय की गोद में बद्रीनाथ, पश्चिम में द्वारिकापुरी, पूर्व में जगन्नाथ पुरी तथा सुदूर दक्षिणी छोर पर स्थित है, चौथा धाम रामेश्वरम् तीर्थ। तीर्थ स्थापना की कथा चारों धामों में सुप्रसिद्ध तीर्थ रामेश्वरम् की स्थापना के संबंध में अनेक पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं, किंतु सर्वत्र यह मान्यता है कि रावण को पराजित करके सीताजी को लंका से वापस …
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