इस गुरुद्वारे का नाम है नानक प्याऊ गुरुद्वारा. अब आप लोग सोच रहे होंगे की इस गुरुद्वारे का नाम नानक प्याऊ क्यों है? भला ये कैसा नाम हुआ? तो आपको बताते है इस नाम के पीछे की पूरी कहानी. दरअसल, जब गुरुनानक जी पहली बार दिल्ली आए तब वो इसी जगह पर रुके थे. वाहे गुरु जी दा खालसा, वाहे …
Read More »Web_Wing
इसलिए की जाती है आंवले के पेड़ की पूजा
सनातन संस्कृति में व्रत, त्योहारों और उत्सवों को एक माला की तरह पिरोकर मानव जीवन के लिए प्रस्तुत किया गया है। संस्कारों के इन्हीं सूत्रों से मानव जीवन समृद्ध होता है। इसके तहत त्योहारों का प्रकृति से सामंजस्य स्थापित किया गया है। जिसमें नदी, पहाड़ों, सरोवरों और पेड़-पौधों की उपासना और उनकी पूजा का प्रावधान किया गया है। प्रकृति की …
Read More »जानिए पूजन का विधान
वर्षभर आने वाले व्रतों में कार्तिक शुक्ल नवमी का विशेष महत्व है। इस व्रत को आंवला नवमी, धात्री नवमी, कुष्मांड नवमी तथा अक्षय नवमी भी कहते हैं। इस दिन स्नान, पूजन, तर्पण तथा अन्न के दान से अनंत फल मिलता है। पद्यपुराण में वर्णन है कि आंवला वृक्ष साक्षात विष्णु का ही स्वरूप है। आंवले का वृक्ष साक्षात भगवान विष्णु …
Read More »एक ऐसा मंदिर जहां शाकाहारी मगरमच्छ करता है निवास
भारत एक धर्म प्रधान देश है यहां पर कई जाति व धर्म के लोग निवास करते हैं और उनके मंदिर भी यहां पर स्थापित है। लेकिन भारत मे सबसे ज्यादा हिन्दू धर्म के मंदिर देखने को मिलते हैं इन सब मंदिरों मे कुछ मंदिर ऐसे भी है, जो मानव जीवन को सोंच मेे डाल देते है, और न चाह कर …
Read More »इस वजह से मनाई जाती है आंवला नवमी, जानिए कथा
आप सभी जानते ही होंगे कि कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को आंवला नवमी मनाई जाती है और इस बार यह नवमी 17 नवंबर को मनाई जाने वाली है. कहा जाता है पूरे उत्तर व मध्य भारत में इस नवमी का खास महत्व होता है और इस दिन महिलाएं संतान प्राप्ति और उसकी मंगलकामना के लिए यह व्रत …
Read More »