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प्रेम आैर समृद्घि के लिए शुक्रवार को करें देवी लक्ष्मी की पूजा

शुक्रवार के दिन यह उपाय करने से आप कई खुशियां पा सकते है। शुक्र ग्रहों में सबसे चमकीला है और प्रेम का प्रतीक है। इस ग्रह के पीड़ित होने पर आपको ग्रह शांति हेतु सफेद रंग का घोड़ा दान देना चाहिए। रंगीन वस्त्र, रेशमी कपड़े, घी, सुगंध, चीनी, खाद्य तेल, चंदन, कपूर का दान शुक्र ग्रह की विपरीत दशा में …

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भगवान राम की भी प्रिय थी गौमाता : मोहनपुरी

श्री सत्य नारायण मंदिर मुहल्ला गोबिंदगढ़ में गौ कथा के अंतिम दिन स्वामी मोहनपुरी ने गौ माता की महत्ता का बखान किया। उन्होंने कहा कि गौ माता नटखट गोपाल (श्री कृष्ण) की ही नहीं, बल्कि मर्यादा पुरुषोत्तम राम की प्रिय थी। उन्होंने गौके दूध व उससे बने सामान का वैज्ञानिक महत्व बताया। इस मौके पर स्वामी सदानंद, स्वामी अश्विनी, स्वामी …

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घर के भेद किसी को न बताएं स्त्री,हम नहीं ऐसा द्रौपदी ने कहा है,

महाभारत की सबसे खूबसूरत और रहस्यमयी महिला द्रौपदी है। पांच पतियों के बावजूद उसे संसार की श्रेष्ठतम चरित्र और गुणों वाली महिला माना गया है। द्रौपदी ने संसार की सभी नारियों को लेकर 4 महत्वपूर्ण बातें कही है। आइए जानते हैं… 1. द्रौपदी ने कहा है स्त्रियों को कभी भी छोटी सोच नहीं रखना चाहिए वरना घर में बरकत नहीं …

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जानिए लव और कुश का इतिहास

लव और कुश : भरत के दो पुत्र थे- तार्क्ष और पुष्कर। लक्ष्मण के पुत्र- चित्रांगद और चन्द्रकेतु और शत्रुघ्न के पुत्र सुबाहु और शूरसेन थे। मथुरा का नाम पहले शूरसेन था। लव और कुश राम तथा सीता के जुड़वां बेटे थे। जब राम ने वानप्रस्थ लेने का निश्चय कर भरत का राज्याभिषेक करना चाहा तो भरत नहीं माने। अत: …

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मदिरापान करती हैं काल भैरव प्रतिमा लेकिन कैसे यह कोई नहीं जानता…

भैरवगढ़ नदी के छोर पर शहर से तीन मील दूरी पर है। प्राचीन अवन्तिका इधर बसी हुई है। अब भी एक उपनगर के समान यहां की भी बस्ती है। छपाई के काम करने वाले लोग अधिकांश यहां रहते हैं। इस स्थान के प्रमुख देव भैरव हैं। यह बस्ती टीले पर बसी हुई है। इस कारण भैरवगढ़ के नाम से इस …

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