भगवान राम को ‘मर्यादा पुरुषोत्तम’ कहा गया है अर्थात पुरुषों में सबसे श्रेष्ठ उत्तम पुरुष। मंथरा के द्वारा कैकयी के कान भरने के बाद कौशल्या पुत्र भगवान श्रीराम को उनके पिता दशरथ ने 14 वर्ष का वनवास सुनाया। वनवास में उनके साथ उनके भाई लक्ष्मण और पत्नी सीता भी गई थीं। नए शोधानुसार रामायण काल को लगभग 7323 ईसा पूर्व का बताया गया है, जबकि …
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प्रभु श्रीराम के धनुष कोदंड की खासियत जानकर चौंक जाएंगे आप
कोदंड (Kodanda) : एक बार समुद्र पार करने का जब कोई मार्ग नहीं समझ में आया तो भगवान श्रीराम ने समुद्र को अपने तीर से सुखाने की सोची और उन्होंने तरकश से अपना तीर निकाला ही था और प्रत्यंचा पर चढ़ाया ही था कि समुद्र के देवता वरुणदेव प्रकट हो गए और उनसे प्रार्थना करने लगे थे। बहुत अनुनय-विनय के बाद राम ने अपना तीर तरकश में रख लिया।भगवान …
Read More »इन 10 बड़ी बाधाओं से रक्षा करते हैं बजरंगबली
चारों जुग परताप तुम्हारा, है परसिद्ध जगत उजियारा॥संकट कटै मिटै सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बलबीरा॥अंतकाल रघुवरपुर जाई, जहां जन्म हरिभक्त कहाई॥और देवता चित्त ना धरई, हनुमत सेई सर्व सुख करई॥सब सुख लहै तुम्हारी सरना, तुम रक्षक काहू को डरना…अर्थ- जो भी आपकी शरण में आते हैं, उस सभी को आनन्द प्राप्त होता है, और जब आप रक्षक है, तो …
Read More »हनुमानजी की ये 11 मुखी मूर्तियां करती हैं अलग-अलग मनोकामनाओं की पूर्ति
प्रत्येक व्यक्ति को हनुमानजी की भक्ति करना चाहिए। कलियुग में हनुमान ही एकमात्र जाग्रत देव हैं। उनका चारों युग में प्रताप है। उनकी भक्ति से व्यक्ति के भीतर साहस और आत्मविश्वास का संचार होता है। हनुमानजी की भक्ति हर संकट से बचाती है। भक्तों ने अपनी भक्ति के चलते हनुमानजी के अलग-अलग रूप को पूजनीय बनाया है। कहते हैं कि हनुमानजी की …
Read More »ब्रह्मचारी नहीं हैं हनुमान जी!! … इनसे हुआ था उनका विवाह, यहां आज भी है मंदिर
सूर्य पुत्री सुर्वचला से हुआ था हनुमान जी का विवाहसंकट मोचन हनुमान जी के ब्रह्मचारी रूप से तो सभी परिचित हैं। उन्हें बाल ब्रम्हचारी भी कहा जाता है। लेकिन क्या अपने कभी सुना है कि हनुमान जी का विवाह भी हुआ था? उनका उनकी पत्नी के साथ एक मंदिर भी है? जिसके दर्शन के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। कहा जाता है कि …
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