हिंदू धर्म में हिंदू धर्म में शक्तिपीठों का बहुत महत्व है। दक्ष के यज्ञ में जब सती ने आत्मदाह किया तब महारुद्र ने वीरभद्र को भेजकर यज्ञ का ध्वंस करवा दिया। फिर वे सती का मृतशरीर उठा कर इधर-उधर घूमने लगे। महादेव को इस प्रकार व्यथित देख कर ब्रह्माजी के सुझाव पर भगवान विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र से माता …
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धन-समृद्धि तथा सिद्धि देता है पवित्र मां गायत्री चालीसा
‘गायत्री चालीसा’ मां गायत्री देवी की स्तुति में लिखी गई चालीस चौपाइयों की एक रचना है। यह चालीसा पढ़ने से जहां जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं, वहीं यह चालीसा हर प्रकार की सिद्धि तथा धन-समृद्धि दिलाने में सहायक है। आइए पढ़ें पवित्र और पावन मां गायत्री चालीसा… मां गायत्री चालीसा…ह्रीं श्रीं क्लीं मेधा प्रभा जीवन ज्योति प्रचंड …
Read More »हर देवी-देवता का गायत्री मंत्र अलग होता है, पढ़ें 30 विशेष मंत्र
गायत्री मंत्र का प्राय: हर कोई जाप करता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि अलग-अलग देवी-देवताओं के लिए गायत्री मंत्र भी अलग होता है। आइए जानें विस्तार से 30 मंत्रों के बारे में…गायत्री मंत्र : ” ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात् “ 1. गणेश :- ॐ एकदन्ताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दन्ती प्रचोदयात् ।।2. …
Read More »जब देवर्षि नारद को माया का भ्रम हो गया
एक बार देवर्षि नारद घूमते-घूमते बैकुंठ पहुंचे। वहाँ उन्होंने श्रीहरि विष्णु से पूछा कि “हे भगवन! संसार आपको मायापति कहता है किन्तु ये माया है क्या? मनुष्य क्यों सदैव माया के बंधन में जकड़ा होता है और व्यर्थ दुखी रहता है? जबकि बंधु-बांधव, धन संपत्ति आदि तो केवल मिथ्या है। अगर मनुष्यों को भी वैसा ज्ञान हो जाये जैसा हम देवताओं को होता …
Read More »सूर्य पूजा, सूर्यार्घ्य और सूर्य नमस्कार से मिलते हैं सेहत और सौभाग्य के कई वरदान
सूर्य नमस्कार का संबंध योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा से भी जुड़ा हुआ है। सूर्य की ऊष्मा एवं प्रकाश से स्वास्थ्य में अभूतपूर्व लाभ होता है और बुद्धि की वृद्धि होती है। सूर्य नमस्कार की विधियां मुख्य रूप से हस्तपादासन, प्रसरणासन, द्विपाद प्रसरणासन, भू-धरासन, अष्टांग, प्रविधातासन तथा सर्पासन इन आसनों की प्रक्रियाएं अनुलोम-विलोम क्रम से की जाती हैं।सूर्य के प्रकाश एवं …
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