कहते हैं चाहे कोई भी समय हो कोई भी जगह हो जब मन प्रसन्न हो तब ही भगवान की आराधना करना चाहिए। मन प्रसन्न रहेगा तो पूजन में भी मन लगेगा। आइए जानते हैं इस महाशिवरात्रि पर कैसे करें घर में भोलेनाथ का पूजन : * ब्रह्म मुहूर्त में उठ कर स्नानादि से निवृत्त होकर एक चांदी के पात्र में …
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अविवाहित कुंती से ऐसे हुआ कर्ण का जन्म और नदी में बहा दिया
क्षत्रियाद्विप्र कन्यायां सूतो भवति जातितः।वैश्यान्मागध वैदेहो राजविप्राड.गना सुतौ।। -10वें अध्याय का 11वां श्लोकमनु स्मृति से हमें ज्ञात होता है कि ‘सूत’ शब्द का प्रयोग उन संतानों के लिए होता था, जो ब्राह्मण कन्या से क्षत्रिय पिता द्वारा उत्पन्न हों। लेकिन कर्ण तो सूत्र पुत्र नहीं, सूर्यदेव के पुत्र थे। इस सूत को कालांतर में बिगाड़कर शूद्र कहा जाने लगा। अंतत: शूद्र कौन, …
Read More »जब अर्जुन का दिल आ गया मणिपुर की राजकुमारी चित्रांगदा पर तो नरेश ने रखी ये शर्त
वनवास के दौरान कुंति पुत्र अर्जुन एक बार महेन्द्र पर्वत होकर समुद्र के किनारे चलते-चलते हुए मणिपुर पहुंचे। वहां उन्होंने मणिपुर नरेश चित्रवाहन की पुत्री चित्रांगदा को देखा तो देखते ही रह गए, क्योंकि वह बहुत ही सुंदर थी।तब उन्होंने मणिपुर के नरेश के समक्ष पहुंचकर कहा, राजन् मैं कुलीन क्षत्रीय हूं। आप मुझसे अपनी कन्या का विवाह कर दीजिए। चित्रवाहन के पूछने पर अर्जुन ने …
Read More »अंगद और हनुमान के दर्शन कर संपाती को कैसे मिला नया जीवन
राम के काल में सम्पाती और जटायु नाम के दो गरूड़ थे। ये दोनों ही देव पक्षी अरुण के पुत्र थे। दरअसल, प्रजापति कश्यप की पत्नी विनता के दो पुत्र हुए- गरूड़ और अरुण। गरूड़जी विष्णु की शरण में चले गए और अरुणजी सूर्य के सारथी हुए। सम्पाती और जटायु इन्हीं अरुण के पुत्र थे।ये दोनों विंध्याचल पर्वत की तलहटी …
Read More »ऐसे हुआ था भगवान शिव की पूर्ति का जन्म और विवाह
दुनियाभर में ना जाने कितनी ही पौराणिक कथाएँ हैं जिनके बारे में आप सभी ने सुना या पढ़ा होगा. ऐसे में आप सभी भगवान शिव की पुत्री और उनके विवाह के बारे में शायद ही जानते होंगे. तो आइए आज हम आपको बताते हैं इससे जुडी पौराणिक कथा के बारे में. पौराणिक कथा – भगवान शिव की एक पुत्र का नाम …
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