यूं तो हर बुधवार को भगवान श्री गणेश जी की आराधना करना बहुत उपयुक्त होता है। मगर श्रावण मास में भगवान श्री गणेश की आराधना बेहद ही पुण्यदायी होती है। भगवान श्री गणेश माता पार्वती और श्री शिव के पुत्र हैं। तो शिव का प्रिय श्रावण मास उनके लिए भी बेहद खास हो जाता है। इस दौरान भगवान श्री गणेश श्रद्धालुओं द्वारा पूजन अर्चन किए जाने से बेहद प्रसन्न होते हैं। भगवान श्री गणेश की मूर्ति या मंदिर भगवान शिव और माता पार्वती के मंदिर के समीप हो तो यह श्रद्धालुओं के लिए और भी भाग्यदायक होता है। यही नहीं इस मास में भगवान श्री गणेश को मोदक अर्पित करना और दुर्वा चढ़ाना बुद्ध और विद्या को प्रदान करता है।
यही नहीं भगवान श्री गणेश को श्री गणपति अथर्वशीर्ष के माध्यम से भी प्रसन्न किया जाता है। श्रावण मास में यदि भगवान श्री गणेश को यदि विभिन्न धान्य अर्पित किए जाए तो भी वे प्रसन्न होते हैं। श्रावण मास का बुधवार श्री गणेश की आराधना के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। इस दौरान भगवान गणेश जी को अबीर, गुलाल, कुमकुम, पुष्प, चंदन अक्षत आदि अर्पित किया जाता है। श्रावण मास में भगवान को एक पुष्प अर्पित कर भी प्रसन्न किया जाता है।
भगवान की जनेऊ बदलने के बाद उन्हें धूप व दीप प्रदान किया जाता है। श्रावण संपन्न होने के बाद भाद्रपद मास में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी में हर वर्ष भगवान का चतुर्थी व्रत मनाया जाता है। इस व्रत को लेकर मान्यता है कि इसी दिन भगवान श्री गणेश का प्रार्दुभाव हुआ था। इसे उत्सव के तौर पर भी मनाया जाता है।