हर महीने दो दिन चतुर्थी तिथि पड़ती है. जिन्हें भगवान श्री गणेश की तिथि माना जाता है. अमावस्या के बाद आने वाली शुक्लपक्ष की तिथि विनायक चतुर्थी तथा पूर्णिमा के बाद आने वाली कृष्णपक्ष की तिथि संकष्टी चतुर्थी कहलाती है. इन दोनों ही तिथियों पर भगवान गणेश की पूजा अर्चना करके बड़े से बड़े संकट को टाला जा सकता है. आइए जानते हैं इस संकष्टी चतुर्थी राशि के अनुसार भगवान गणपति को प्रसन्न करने के लिए आपको क्या करना चाहिए.
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