बृहस्पति को गुरु और मंत्रणा का कारक माना जाता है. पीला रंग, स्वर्ण, वित्त और कोष, कानून,धर्म,ज्ञान,मंत्र,ब्राह्मण और संस्कारों को नियंत्रित करता है. शरीर में पाचन तंत्र,मेदा और आयु की अवधि को निर्धारित करता है.पांच तत्वों में आकाश तत्त्व का अधिपति होने के कारण इसका प्रभाव बहुत ही व्यापक और विराट होता है. महिलाओं के जीवन में विवाह की सम्पूर्ण जिम्मेदारी बृहस्पति से ही तय होती है.
Check Also
घर में कार पार्किंग के लिए वास्तु के इन नियमों का करें पालन
सनातन धर्म में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व है। वास्तु शास्त्र में घर में सभी …