कहते हैं कृष्ण और राधा का प्रेम सबसे अनोखा है और उनके प्रेम को आज भी दुनिया में सबसे ऊपर रखा जाता है. ऐसे में आप सभी जानते ही हैं कि राधा का ही एक मात्र ऐसा नाम है, जो कृष्ण के पहले लिया जाता है. कहते हैं कि राधाकृष्ण यह दो नामों का संगम है जिनकी आत्मा एक ही है. वहीं राधा और कृष्ण की एक ही शक्ति है जो उनसे अलग नहीं की जा सकती है. आप सभी को बता दें कि स्वयं श्री कृष्ण राधा के नाम को लेकर अपने जीवन को सफल बनाते रहे हैं तो ऐसे में आज हम भी आपके जीवन को सफल बनाने के लिए राधा के 32 नाम आपको बताने जा रहे हैं जिनके निरंतर जाप से आप आपके जीवन में सफल हो सकते हैं और सब कुछ हांसिल कर सकते हैं और सबसे पहले अपने प्रेम को पा सकते हैं. आइए जानते हैं वह नाम.
राधा के 32 नाम
1 मृदुल भाषिणी
2 सौंदर्य राषिणी
3 : परम् पुनीता
4 : नित्य नवनीता
5 : रास विलासिनी
6 : दिव्य सुवासिनी
7 : नवल किशोरी
8 : अति ही भोरी
9 : कंचनवर्णी
10 : नित्य सुखकरणी
11 : सुभग भामिनी
12 : जगत स्वामिनी
13 : कृष्ण आनन्दिनी
14 : आनंद कन्दिनी
15 : प्रेम मूर्ति
16 : रस आपूर्ति
17 : नवल ब्रजेश्वरी
18: नित्य रासेश्वरी
19 : कोमल अंगिनी
20 : कृष्ण संगिनी
21 : कृपा वर्षिणी
22: परम् हर्षिणी
23 : सिंधु स्वरूपा
24 : परम् अनूपा
25 : परम् हितकारी
26 : कृष्ण सुखकारी
27 : निकुंज स्वामिनी
28 : नवल भामिनी
29 : रास रासेश्वरी
30 : स्वयं परमेश्वरी
31: सकल गुणीता
32 : रसिकिनी पुनीता