आप सभी को बता दें कि दिवाली का त्यौहार सभी के लिए बहुत ख़ास होता है और यह त्यौहार बहुत मजेदार और शानदार तरह से मनाया जाता है. ऐसे में दिवाली पूजन में महालक्ष्मी के साथ ही भगवान गणेश की पूजा का महत्व होता है और शास्त्रों की मानें तो बताया जाता है कि भगवान गणेश को यह वरदान प्राप्त है कि बिना उनकी पूजा के कोई भी पूजा-पाठ या अनुष्ठान आदि पूरे नहीं हो सकते है. आप सभी को बता दें कि इस साल दिवाली 7 नवंबर यानि बुधवार को मनने वाली है. ऐसे में आइए आज हम आपको बताते हैं गणेश ध्यान मंत्र, गणेश सिद्धि प्राप्ति मंत्र और गणेश जी की आरती जिनसे आपकी दिवाली की पूजा सफल हो जाएगी.
गणपति ध्यान मंत्र
खर्व स्थूलतनुं गजेन्द्रवदनं लम्बोदरं सुन्दरं प्रस्यन्दन्मदगन्धलुब्धमधुपव्यालोलगण्डस्थलम |
दंताघातविदारितारिरूधिरैः सिन्दूरशोभाकरं वन्दे शलसुतासुतं गणपतिं सिद्धिप्रदं कामदम् ||
गणेश सिद्धि प्राप्ति मंत्र
एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
गणेश जी की आरती
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा ॥ जय…
एक दंत दयावंत चार भुजा धारी।
माथे सिंदूर सोहे मूसे की सवारी ॥
अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया।
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया ॥ जय…
हार चढ़े, फूल चढ़े और चढ़े मेवा।
लड्डुअन का भोग लगे संत करें सेवा ॥
दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी।
कामना को पूर्ण करो जाऊं बलिहारी॥ जय…
‘सूर’ श्याम शरण आए सफल कीजे सेवा।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥ जय…