दोस्तों रामायण के अनुसार बताया गया है कि लक्ष्मण ने शूर्पणखा कि नाक काट दी थी क्या ये बात सच है? तो आइये जानते लक्षमण शूर्पणखा कि विचित्र कहानी के बारे में, शूर्पणखा रावण कि बहन है राजा कालका के पुत्र कि पत्नी है, रावण ने अपनी बहन के पति का वध कर दिया था तब रावण ने शूर्पणखा को अपने पास रख लिया था एक दिन शूर्पणखा जंगल में भटक रही थी तभी उसे भगवान राम जी दिखाई दिए, तब शूर्पणखा श्री राम पर मुग्ध हो गयी उनके सामने अपना विवाह का प्रस्ताव रख दिया.
तब राम जी ने शूर्पणखा को बताया कि मेरा विवाह हो चुका है लेकिन मेरा छोटा भाई अभी अविवाहित है अगर तुम्हे मेरा छोटा भाई पसंद आ जाए तो तुम उससे विवाह कर सकती हो, इतना सुनकर शूर्पणखा लक्ष्मण के पास जाकर बोली कि में तुमसे विवाह करना चाहती हूँ, लेकिन लक्ष्मण ने मना कर दिया बोला कि आप भैया राम के जाओ तब राक्षसी राम जी के पास गयी बोली कि तुम्हारे छोटे भाई ने विवाह करने से मन कर दिया अब तुम ही मेरे साथ विवाह कर लो.
तब राम जी ने कहा कि मेरा विवाह सीता से हो चुका है में अब तुमसे विवाह नहीं कर सकता इतना सुनकर शूर्पणखा को क्रोध आ गया कहा कि में सीता को मार देती हूँ उसके बाद तो तुमको मुझसे विवाह करना ही पड़ेगा, फिर सीता को मारने के लिए शूर्पणखा जैसी ही आगे बढ़ी कि लक्ष्मण ने उसकी नाक काट दी, इस बात से क्रोधित होकर शूर्पणखा अपने भाई खर के पास गईं तो खर ने राम लक्ष्मण को मारने के लिए राक्षस भेजे लेकिन राम ने सभी राक्षसों को मार दिया.