हिंदू धर्म ग्रंथ के मुताबिक बताया गया है कि भगवान विष्णु ने संसार के कल्याण के लिए 24 अवतार लिए हैं लेकिन उनमें से सिर्फ 10 ऐसे अवतार हैं जिनकी बहुत चर्चा होती है। इन सब अवतारों में भी राम को अवतार ऐसा था जो पूजित होने के साथ सबसे व्यापक माना जाता है।
भगवान विष्णु का राम को सातवां अवतार है। ऐसी मान्यता है कि विष्णु जी ने यह सातवां अवतार लंकापति रावण को मार कर धर्म की स्थापना करने के लिए लिया था। विष्णु के इस अवतार की महिमा अपरिमित थी। भगवान राम के नाम का जप मात्र से ही इंसान को मोक्ष मिल जाता है। आज हम आपको कुछ ऐसे तथ्य जो शायद ही आप जानते हो।
►ऐसी मान्यता है कि असुरों के राजा रावण को मरने और धर्म की स्थापना करने के लिए भगवान विष्णु ने त्रेता मे राम के रूप मे जन्म लिया था।
►भगवान राम के रूप मे यह भगवान विष्णु को सातवां अवतार था।
►भगवान राम थे और इस बात को साबित करने के लिए फादर कामिल बुल्के ने 300 से ज्यादा तथ्यों को लोगो के सामने रखा।
►वाल्मीकि रामायण के मुताबिक, भगवान राम का जन्म चैत्र मास की नवमी को हुआ था।
►वाल्मीकि रामायण में बताया गया है कि शादी के समय सीता मां की आयु केवल 6 साल थी।
►मां सीता भगवान राम के साथ 12 साल तक अयोध्या में रहीं थी उसके बाद 18 साल की थी तब भगवान राम के साथ वनवास चली गई थी।
►जिस सीता स्वयंवर का रामचरित मानस में खूब बखान किया गया है, उसका उल्लेख वाल्मीकि रामायण में है ही नहीं।