क्या मुख्यमंत्री द्वारा उठाया गया कदम उचित है? क्या श्री ओम पाल का मंदिर निर्माण में सहयोग मांग लेना एक अपराधिक कृत्य है? तो फिर आज़म खान के उलूल-ज़ुलूल वयानों पे अखिलेश जी कोई कार्यवाही क्यों नहीं करते? शायद वोट बैंक की राजनीति के कारण! लेकिन ऐसे कबतक चलने वाला है, ओम पाल का भी तो अपना निजी वयान हो सकता है! ऐसे में बिना कारण या पक्ष जाने पाल को हटा देने की मैं घोर निंदा भरा कदम मानता हूँ।