आषाढ़ अमावस्या का दिन बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन किसी भी प्रकार का शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। इससे उस कार्य में नुकसान का सामना करना पड़ता है।हालांकि यह अवधि धार्मिक कार्यों के लिए बहुत लाभकारी है। यह तिथि पवित्र नदियों में स्नान पितरों का तर्पण कालसर्प दोष शनि दोष गृह दोष निवारण और दान आदि के लिए बेहद खास होता है।
आषाढ़ अमावस्या में आने वाली अमावस्या का बहुत महत्व है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन किसी भी प्रकार का शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। इससे उस कार्य में नुकसान का सामना करना पड़ता है। हालांकि यह अवधि धार्मिक कार्यों के लिए बहुत लाभकारी है।
यह दिन पवित्र नदियों में स्नान, पितरों का तर्पण, कालसर्प दोष (Kaal sarp dosh), शनि दोष (Shani dosh), गृह दोष निवारण और दान आदि के लिए बेहद खास होता है, तो चलिए स्नान का शुभ मुहूर्त जानते हैं –
आषाढ़ अमावस्या 2024 दान मुहूर्त
आषाढ़ अमावस्या के दिन दान जरूर करना चाहिए। ऐसा करने से दोगुने फल की प्राप्ति होती है। इस बाद का ध्यान रखें कि पवित्र स्नान के बाद दान करें।
आषाढ़ अमावस्या 2024 स्नान मुहूर्त
इस बार आषाढ़ अमावस्या 5 जुलाई, 2024 दिन शुक्रवार को मनाई जाएगी। इस तिथि पर स्नान और दान का खास महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ब्रह्म मुहूर्त यानी भोर में सूर्य निकलने से पहले का स्नान सबसे अच्छा माना जाता है। इस दिन ब्रह्म मुहूर्त प्रात: 04 बजकर 08 मिनट पर होगा। वहीं, सूर्योदय सुबह 05 बजकर 29 मिनट पर होगा। इसके बाद कभी भी स्नान कर सकते हैं।
- लाभ-उन्नति मुहूर्त – प्रात: 07 बजकर 13 मिनट से प्रात: 08 बजकर 57 मिनट तक है।
- अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त- प्रात: 08 बजकर 57 मिनट से प्रात: 10 बजकर 41 मिनट तक है।
- अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11 बजकर 58 मिनट से दोपहर 12 बजकर 54 मिनट तक है।