लड्डू गोपाल को घर लाने पर उनकी विधिपूर्वक स्थापना की जाती है। उसके बाद उन्हें मंदिर में विराजमान किया जाता है और दीपक जलाकर पूजा-अर्चना की जाती है। अगर आप भी घर लड्डू गोपाल (Laddu Gopal Puja Vidhi) लाने की सोच रहे हैं तो उनकी विधिपूर्वक स्थापना जरूर करें। ऐसे में आइए जानते हैं लड्डू गोपाल की स्थापना विधि के बारे में।
सनातन धर्म में लड्डू गोपाल की सेवा बालक के रूप की जाती है। रोजाना उनको विशेष चीजों के साथ अभिषेक कर सुंदर वस्त्र पहनाएं जाते हैं। साथ ही माखन मिश्री, फल और मिठाई समेत आदि चीजों का भोग लगाया जाता है। इससे जातक का जीवन सदैव खुशहाल रहता है। ऐसा माना जाता है कि भोग में तुलसी दल शामिल न करने से प्रभु भोग स्वीकार नहीं करते हैं।
लड्डू गोपाल की स्थापना कैसे करें? (Laddu Gopal Ki Sthapna Kaise Karen)
- घर में लड्डू गोपाल की स्थापना करने के लिए घर और मंदिर की विशेष सफाई करें। इसके बाद भगवान की मूर्ति को उत्तर-पूर्व दिशा में रखें।
- इसके बाद उनका शहद, जल, दही, गंगाजल और जल से अभिषेक करें।
- चौकी पर पीला या लाल कपड़ा बिछाकर लड्डू गोपाल को विराजमान करें।
- अब उन्हें सुंदर वस्त्र पहनाएं। साथ ही उन्हें बांसुरी, मुकुट और मोरपंख अर्पित करें।
- इसके बाद देशी घी का दीपक जलाकर आरती करें और प्रभु के मंत्रों का जप करें।
- पूजा के दौरान कृष्ण चालीसा का पाठ करना फलदायी साबित होता है।
- अब प्रभु को खीर, फल, मिठाई, माखन मिश्री, पंचामृत समेत आदि चीजों का भोग लगाएं।
- जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए प्रभु से विनती करें।
- अंत में लोगों में प्रसाद का वितरण करें।
भोग लगाते समय इस मंत्र का करें जाप (Bhog Mantra)
त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये। गृहाण सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर ।।
इस मंत्र का अर्थ है कि हे भगवान जो भी मेरे पास है। वो आपका दिया हुआ है। मैं आपको दिया हुआ अर्पित करता हूं। मेरे इस भोग को आप स्वीकार करें।
पूजा के दौरान इन मंत्रों का करें जप
भगवान श्रीकृष्ण के मंत्र
ॐ कृष्णाय नमः
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे ।
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे ।।
सफलता प्राप्ति मंत्र
ॐ श्री कृष्णः शरणं ममः
कृष्ण गायत्री मंत्र
“ॐ देव्किनन्दनाय विधमहे वासुदेवाय धीमहि तन्नो कृष्ण:प्रचोदयात”
रोग दूर हेतु मंत्र
ॐ नमो भगवते तस्मै कृष्णाया कुण्ठमेधसे।
सर्वव्याधि विनाशाय प्रभो माममृतं कृधि।।
धन प्राप्ति हेतु मंत्र
ॐ नमो भगवते श्री गोविन्दाय
परेशानियी दूर करने वाला मंत्र
हे कृष्ण द्वारकावासिन् क्वासि यादवनन्दन।
आपद्भिः परिभूतां मां त्रायस्वाशु जनार्दन।।