लड्डू गोपाल जी की पूजा के दौरान कई तरह के नियमों का भी ध्यान रखना होता है ताकि साधक को पूजा का पूर्ण शुभ फल प्राप्त हो सके। इस गर्मी से सभी का हाल बेहाल है। ऐसे में गर्मियों में लड्डू गोपाल की सेवा बड़े ही ध्यान से करनी चाहिए ताकि आपको लड्डू गोपाल की सेवा का पूर्ण फल प्राप्त हो सके।
लड्डू गोपाल असल में कृष्ण जी के ही बाल स्वरूप हैं। कई लोग लड्डू गोपाल की सेवा एक बालक या घर के सदस्य की तरह ही करते हैं। ऐसा माना जाता है कि एक बच्चे की तरह ही लड्डू गोपाल को भी मौसम का अनुभव होता है, इसलिए उनकी पूजा के नियम मौसम से अनुसार बदलते रहते हैं। तो चलिए जानते हैं कि गर्मियों में लड्डू गोपाल जी का ध्यान किस तरह रखा जाना चाहिए।
इस समय जगाएं
गर्मियों के मौसम में सुबह लड्डू गोपाल जी को सूर्योदय से पहले जगा देना चाहिए। इसके बाद स्नान आदि करवाकर, गर्मी का ध्यान रखते हुए लड्डू गोपाल जी को हल्के कपड़े पहनाएं। श्रृंगार करते समय भी इस बात का ध्यान रखें कि उनके आभूषण ज्यादा भारी न हो।
इस तरह लगाएं भोग
लड्डू गोपाल जी को भोग लगाने के बाद उनके पास ठंडा पानी भरकर जरूर रखें और इस पानी को दो-तीन घंटे में बदलते रहें। आप लड्डू गोपाल जी को उनकी प्रिय माखन-मिश्री का भोग लगा सकते हैं।
बनाएं फूलों की चादर
इस बात का ध्यान रखें कि लड्डू गोपाल जी के आसपास का वातावरण ठंडा होना चाहिए। इसके लिए आप लड्डू गोपाल जी के लिए फूलों से बनी चादर भी तैयार कर सकते हैं। इससे आसपास ठंडक का अनुभव होता है।
इस तरह बनाए रखें ठंडक
लड्डू गोपाल की पूजा में चंदन का इस्तेमाल आवश्यक रूप से किया जाता है, इससे शीतलता बनी रहती है। ऐसे में गर्मियों में चंदन की मात्रा बढ़ा देनी चाहिए। इसी तरह इत्र भी ठंडक पहुंचाने का काम करता है। ऐसे में आप लड्डू गोपाल की पूजा में इत्र का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।