ऐसा माना जाता है कि पूजा-पाठ में कपूर जलाने का रिवाज प्राचीन समय से चला आ रहा है। भगवान की आरती के दौरान कपूर जलाने से सभी तरह के दोषों से छुटकारा मिलता है और घर खुशियों में खुशियों का आगमन होता है। इसके अलावा परिवार के सदस्यों के बीच चल रही समस्या समाप्त होती है। आइए जानते हैं वास्तु शास्त्र में बताए गए कपूर के उपाय के बारे में।
सनातन धर्म में पूजा-पाठ में कपूर का इस्तेमाल किया जाता है। आरती में कपूर जलाने से पूजा सफल मानी जाती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, कपूर का प्रयोग नकारात्मक शक्तियों से छुटकारा पाने लिए किया जाता है। अगर आपको जॉब में सफलता नहीं मिल रही है, तो ऐसे में कपूर के किए गए उपाय लाभकारी साबित होंगे। साथ ही नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति मिलेगी।
कपूर के टोटके (Kapoor Ke Totke)
- जॉब में सफलता पाने के लिए प्रत्येक दिन सुबह स्नान कर साफ वस्त्र धारण करें। इसके बाद कपूर जलाएं और भगवान की प्रार्थना करें। इससे जल्द जॉब लगने के योग बनते हैं।
- वास्तु शास्त्र के अनुसार, कपूर और तेजपत्ता को एक साथ जलाने से जॉब और बिजनेस में तरक्की मिलती है।
- अगर आप नकारात्मक शक्तियों का सामना कर रहे हैं, तो सोते समय तकिए के नीचे एक कपूर का टुकड़ा रखें। माना जाता है कि इस उपाय को करने से मानसिक स्थिति में सुधार होता है और घर की सभी तरह की नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है।
- इसके अलावा धन प्राप्ति के लिए भी कपूर का उपाय लाभकारी साबित होता है। अगर आपने किसी को पैसे उधार दिए और वह वापस नहीं मिल रहे हैं, तो ऐसे में कपूर को लाल गुलाब के फूल पर रखें और माता रानी को अर्पित करें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से उधार दिया हुआ पैसा वापस मिलता है।
- इसके अलावा परिवार में वाद विवाद और मनमुटाव की परेशानी को दूर करने के लिए कपूर को घी में भिगोकर जलाएं। वास्तु के अनुसार, इस उपाय को करने से मनमुटाव की परेशानी दूर होती है और परिवार में उत्पन्न वाद विवाद से छुटकारा मिलता है।
- कपूर और लौंग को जलाने से घर में खुशियों का आगमन होता है। साथ ही घर में परिवार के सदस्यों के बीच चल रही समस्या समाप्त होती है। दोनों को एक साथ जलाने के बाद घर में घूमाएं। इसके शुभ परिणाम आपको जल्द ही दिख जाएंगे।