धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रदोष व्रत के दिन देवों के देव महादेव की विशेष रूप से पूजा-अर्चना करने पर व्यक्ति को जीवन की तमाम मुश्किलों से छुटकारा मिल सकता है। ऐसे में यदि आप शिव जी की विशेष कृपा प्राप्ति के लिए जून में पड़ रहे भौम प्रदोष व्रत के दिन ये काम करते हैं, तो कई समस्याओं से मुक्त हो सकते हैं।
प्रदोष व्रत शुभ मुहूर्त (Bhaum Pradosh Vrat Shubh muhurat)
ज्येष्ठ माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 03 जून को रात 10 बजकर 48 मिनट पर शुरू हो रही है। जिसका समापन 04 जून को रात 08 बजकर 31 मिनट पर होगा। ऐसे में ज्येष्ठ माह का पहला प्रदोष व्रत 04 जून, मंगलवार के दिन किया जाएगा। यह व्रत यदि मंगलवार के दिन पड़ रहा है, तो इसे भौम प्रदोष व्रत के कहा जाएगा है। सोम प्रदोष व्रत के दिन पूजा का समय कुछ इस प्रकार रहेगा –
भौम प्रदोष व्रत पूजा मुहूर्त – शाम 05 बजकर 44 से 08 बजकर 21 मिनट तक
जरूर करें इस चीज का दान
भौम प्रदोष व्रत भगवान शिव के साथ-साथ हनुमान जी की पूजा करना भी शुभ माना जाता है। ऐसे में आप इस दिन पर भगवान शिव और हनुमान जी को गुड़ अर्पित कर सकते हैं। इसके साथ ही भौम प्रदोष व्रत पर गुड़ का दान करना भी बहुत अच्छा समझा जाता है। ऐसा करने से कुंडली में मंगल ग्रह से संबंधित समस्याएं दूर होने लगती हैं।
दूर होगी नेगेटिव एनर्जी
यदि आप नेगेटिव एनर्जी से परेशान हैं, तो इसके लिए भौम प्रदोष व्रत के दिन काले तिल का दान जरूर करें। ऐसा कहा जाता है कि इससे व्यक्ति की सभी परेशानियां दूर हो सकती हैं और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का भी संचार बना रहता है।
मंगल गृह के लिए लाल रंग शुभ माना जाता है। इसलिए भौम प्रदोष व्रत पर लाल वस्त्र, लाल रंग के फल और फूल आदि का दान करना चाहिए। ऐसा करने से साधक पर हनुमान जी की कृपा बनी रहती है और जीवन की सभी समस्याओं का निदान होता है।