प्रदोष व्रत महीने में दो बार मनाया जाता है। इस तिथि पर देवों के देव महादेव और मां पार्वती की पूजा और व्रत करने का विधान है। धार्मिक मान्यता के अनुसार प्रभु की पूजा करने से इंसान के सभी पापों का नाश होता है। वैशाख माह का दूसरा प्रदोष व्रत आज यानी 20 मई को है। सोमवार होने की वजह से सोम प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाएगा।
भगवान शिव को त्रयोदशी तिथि समर्पित है। हर माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत किया जाता है। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है। साथ ही जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए व्रत भी किया जाता है। वैशाख माह का दूसरा प्रदोष व्रत आज यानी 20 मई को है। सोमवार होने की वजह से सोम प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाएगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, प्रदोष व्रत के दिन कुछ कार्यों को करने से भगवान शिव नाराज हो सकते हैं और जातक को जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आइए, प्रदोष व्रत के दिन किन कार्यों को नहीं करना चाहिए जानते हैं।
न करें ये कार्य
- ज्योतिष शास्त्र की मानें तो महादेव को नारियल अर्पित किया जाता है, लेकिन आप इस बात का विशेष ध्यान रखें कि पूजा के दौरान शिवलिंग पर नारियल का जल चढ़ाना वर्जित है।
- इसके अलावा शिवलिंग पर तुलसी के पत्ते, सिंदूर, केतकी के फूल अर्पित करने से बचना चाहिए। माना जाता है कि इससे जातक को परेशनियों का सामना करना पड़ सकता है।
- शिवलिंग की पूरी परिक्रमा नहीं लगानी चाहिए। जलधारी तक आकर ही परिक्रमा को पूर्ण माना गया है।
- पूजा के बाद दिन में नहीं सोना चाहिए और काले वस्त्र धारण नहीं करने चाहिए।
- इस दिन तामसिक भोजन जैसे – शराब , मांस, प्याज, लहसुन आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
इन चीजों का करें दान
सभी व्रत में दान करने का विशेष महत्व है। प्रदोष व्रत के दिन श्रद्धा अनुसार गरीबों को धन, अन्न और वस्त्र का दान करें। मान्यता है कि दान करने से जातक को सभी विपदाओं से छुटकारा मिलता है।