बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में एक महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। उन्होंने बहुत कम उम्र में राजपाट त्याग कर साधना का रास्ता अपना लिया था और वन को चले गए थे। महात्मा बुद्ध ने अपने जीवन में कई लोगों को अहिंसा और करुणा का रास्ता दिखलाया। चलिए जानते हैं गौतम बुद्ध के ऐसे ही कुछ अनमोल विचार।
हर साल वैशाख माह में आने वाली पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। ऐसे में साल 2024 में बुद्धि पूर्णिमा का पर्व 23 मई, गुरुवार के दिन मनाया जाएगा। गौतम बुद्ध के अनमोल व्यक्ति को दुखों से ऊपर उठने में सहायता करते हैं साथ ही इन विचारों को जीवन में अपनाने से परम शांति का अनुभव होता है।
गौतम बुद्ध के अनमोल विचार
- घृणा को कभी भी घृणा से समाप्त नहीं किया जा सकता है, बल्कि इसे प्रेम से ही खत्म किया जा सकता है। दुनिया की हर बड़ी चीजों को प्रेम से जीता जा सकता है।
- जो बीत गया उसमें उलझे नहीं रहना चाहिए और न ही भविष्य को लेकर ज्यादा चिंतित रहना चाहिए। यदि हम खुशी से रहना चाहते हैं, तो इसके लिए हमें वर्तमान में ही जीना चाहिए।
- गौतम बुद्ध कहते हैं कि चाहे कोई व्यक्ति कितनी भी किताबें पढ़ लें, या फिर कितने भी अच्छे प्रवचन सुन लें, उनका लाभ तब तक नहीं मिलता, जब तक कि आप उन्हें अपने जीवन में नहीं अपनाते।
- खुश रहने का एक तरीका है कि आपके पास जो है, उसे कभी बढ़ा-चढ़ा कर दूसरों को न बताएं और न ही दूसरों से ईर्ष्या करें।
- जीवन में हजारों लड़ाइयां जीतने से बेहतर है कि स्वयं पर विजय प्राप्त की जाए। यदि आप खुश पर जीत हासिल कर लेंगे, तो फिर जीत हमेशा आपकी ही होगी।
- व्यक्ति जैसा सोचता है, वह वैसा ही बना जाता है। इसलिए हमेशा अपने विचार शुद्ध व सकारात्मक रखने चाहिए।
- गौतम बुद्ध के अनुसार, एक जंगली जानवर की अपेक्षा कपटी और दुष्ट मित्र से डरना चाहिए। क्योंकि जंगली जानवर तो केवल आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है, लेकिन एक बुरा मित्र आपकी बुद्धि को नुकसान पहुंचाता है, जो ज्यादा हानिकारक है।