आज यानी 15 मई को मासिक दुर्गाष्टमी का त्योहार मनाया जा रहा है। धार्मिक मान्यता के अनुसार मासिक दुर्गाष्टमी पर पूजा करने से जातक के सभी पाप दूर होते हैं और जीवन में सदैव मां दुर्गा की कृपा बनी रहती है। मां दुर्गा के व्रत के प्रभाव से साधक दुख से निकलने में कामयाब रहते हैं।
आज यानी 15 मई को मासिक दुर्गाष्टमी का त्योहार मनाया जा रहा है। यह व्रत हर महीने शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को किया जाता है। इस शुभ मौके पर मां दुर्गा की पूजा करने का विधान है। धार्मिक मत है कि मां की आराधना करने से जातक को सभी प्रकार के दुख, संकट, रोग और भय से छुटकारा मिलता है। साथ ही घर में सुख-शांति का आगमन होता है। मान्यता है कि मासिक दुर्गाष्टमी के दिन कुछ कार्यों को करने से मां दुर्गा नाराज हो सकती हैं। आइए जानते हैं कि मासिक दुर्गाष्टमी पर किन गलतियों को करने से बचना चाहिए?
न करें ये कार्य
- शुभ और मांगलिक कार्यों में काले वस्त्र नहीं पहनना चाहिए। अगर आप मां की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो लाल और गुलाबी रंग के वस्त्र धारण करें।
- मासिक दुर्गाष्टमी के दिन सुबह की पूजा करने के बाद साधक को दिन में सोना नहीं चाहिए। दिन में मां दुर्गा का भजन-कीर्तन करें।
- इसके अलावा मासिक दुर्गाष्टमी के दिन मांस और मदिरा का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से मां दुर्गा नाराज हो सकती हैं।
करें ये कार्य
- हिंदू धर्म में तुलसी का पौधा पूजनीय है। माना जाता है कि तुलसी में मां लक्ष्मी का वास होता है। इसलिए मासिक दुर्गाष्टमी के दिन तुलसी के पास अंधेरा न रहे। इसके लिए पौधे के पास घी का दीपक जलाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
- मासिक दुर्गाष्टमी पर सुबह स्नान कर साफ वस्त्र धारण करें और सूर्य देव को जल अर्पित करें। इसके बाद मां दुर्गा की पूजा कर श्रद्धा अनुसार गरीबों को धन, भोजन और वस्त्र का दान करें। इससे जातक को जीवन में शुभ फल की प्राप्ति होती है।
मासिक दुर्गाष्टमी का महत्व
मान्यता है कि मासिक दुर्गाष्टमी पर पूजा करने से जातक के सभी पाप दूर होते हैं और जीवन में सदैव मां दुर्गा की कृपा बनी रहती है। मां दुर्गा के व्रत के प्रभाव से साधक दुख से निकलने में कामयाब रहते हैं।