विनायक चतुर्थी का पर्व भगवान शिव के पुत्र गणपति बप्पा को समर्पित है। हर माह में चतुर्थी का पर्व 2 बार आता है। एक कृष्ण पक्ष में और दूसरा शुक्ल पक्ष में। वैशाख माह में आज यानी 11 मई को विनायक चतुर्थी (Vinayak Chaturthi 2024) है। इस खास अवसर पर रिद्धि-सिद्धि के दाता भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की जाती है।
हर महीने शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। वैशाख माह में आज यानी 11 मई को विनायक चतुर्थी है। इस खास अवसर पर रिद्धि-सिद्धि के दाता भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही जीवन में शुभ फल की प्राप्ति के लिए व्रत भी किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से जातक के जीवन में खुशियों का आगमन होता है। अगर आप भी भगवान गणेश की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो विनायक चतुर्थी की पूजा के दौरान प्रभु को फूल अर्पित करें।
अर्पित करें ये फूल
- मान्यता है कि भगवान गणेश को पीला और लाल फूल बेहद प्रिय है। इसलिए उन्हें गुड़हल या लाल कनेर के फूल अर्पित करें। ऐसा करने से भगवान भक्तों की सभी मुराद पूरी करते हैं।
- इसके आलावा भगवान गणेश को पारिजात का फूल चढ़ाएं। मान्यता है कि इस फूल को प्रभु को अर्पित करने से संतान की प्राप्ति होगी।
- इसके अलावा गणपति बप्पा को गेंदा का फूल भी अर्पित कर सकते हैं। माना जाता है कि इससे जातक को आर्थिक परेशानियों से छुटकारा मिलता है।
इन चीजों का लगाएं का भोग
- विनायक चतुर्थी के दिन सुबह स्नान करने के बाद गणपति बप्पा की विधिपूर्वक पूजा करनी चाहिए। साथ ही प्रिय चीजों का भोग लगाना चाहिए। भगवान के भोग में आप मोतीचूर के लड्डू शामिल कर सकते हैं। क्योंकि गणेश जी लड्डू प्रिय है।
- इसके अलावा खीर, फल और मिठाई का भोग लगाना कल्याणकारी माना जाता है। ऐसा करने से भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं।
विनायक चतुर्थी 2024 तिथि और शुभ मुहूर्त
वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 11 मई, 2024 दिन शनिवार को प्रात: 02 बजकर 50 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इसका समापन अगले दिन 12 मई, 2024 प्रात: 02 बजकर 03 मिनट पर होगा। पंचांग को देखते हुए विनायक चतुर्थी का व्रत 11 मई को रखा जाएगा।