देवघर. माना जाता है कि वैशाख महीने से ही त्रेता युग की शुरुआत हुई थी, इसलिए इस महीने में पड़ने वाले व्रत त्योहार बहुत खास माने जाते हैं. वहीं, वैशाख माह की अमावस्या तिथि बहुत ही महत्वपूर्ण है. इस दिन पितरों की शांति के लिए स्नान, दान और तर्पण किया जाता है. वैशाख अमावस्या का दिन पितरों को समर्पित होता है. इस दिन अगर आप कुछ उपाय कर लेते हैं तो पितरों की कृपा आप पर सदा बनी रहेगी और पितृ दोष से भी मुक्ति मिलेगी.
देवघर के पागल बाबा आश्रम स्थित मुद्गल ज्योतिष केंद्र के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने Local 18 को बताया कि इस साल वैशाख अमावस्या 8 मई को पड़ने वाली है. वैशाख अमावस्या के दिन गंगा स्नान और दान करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. साथ ही मोक्ष की भी प्राप्ति होती है. वैशाख अमावस्या का दिन पितरों को समर्पित रहता है. पितृ ऋण और पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए यह दिन काफी शुभ माना गया है.
पितृ दोष के संकेत
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि यदि आपको बार-बार कोई कुत्ता निहारे या बार-बार घर की छत पर काला कौवा बैठे तो समझ जाइए कि कुंडली में पितृ दोष है. पितृ दोष या पितरों के नाराज होने से घर मे नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. इन सब चीजों से मुक्ति पाने के लिए वैशाख अमावस्या के दिन आवश्यक उपाय करना चाहिए.
करें ये उपाय
वैशाख अमावस्या के दिन पितृ ऋण और पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए नारायण की पूजा करें. क्योंकि वैशाख का महीना भगवान विष्णु को समर्पित है. नारायण की पूजा के बाद श्रीमद्भागवत के एकादश स्कंद का पारायण घर में कराएं. साथ ही बहते हुए जल में काला तिल अर्पण करें. पीपल पेड़ के नीचे जल चढ़ाएं. इससे पितृ प्रसन्न होंगे और पितृ ऋण से मुक्ति मिल जाएगी. घर में हमेशा भगवान विष्णु का वास रहेगा और सुख समृद्धि का संचार होगा.
कब है अमावस्या तिथि
वैशाख अमावस्या 7 मई है या 8 मई को लेकर लोगों में दुविधा की भी स्थिति है. इस साल वैशाख माह की अमावस्या तिथि 7 मई सुबह 11 बजकर 23 मिनट से शुरू होने जा रही है. वहीं इसका समापन अगले दिन 8 मई सुबह 09 बजकर 13 मिनट पर हो रहा है. उदया तिथि के अनुसार 8 मई को अमावस्या मानी जा रही है.