कालाष्टमी पर काल भैरव की पूजा- अर्चना करने का विधान है। काल भैरव को अष्टमी तिथि समर्पित है। हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी मनाई जाती है। माना जाता है कि इस दिन कुछ उपाय करने से इंसान को जीवन की परेशानी छुटकारा मिलता है। आइए जानते हैं कालाष्टमी पर किए जाने वाले उपायों के बारे में।
हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन काल भैरव की विधिपूर्वक पूजा और व्रत करने का विधान है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, काल भैरव के पूजा करने से इसांन को सुख-शांति की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन सदैव सुखमय रहता है। इस बार कालाष्टमी 01 मई को मनाई जाएगी। माना जाता है कि इस दिन कुछ उपाय करने से इंसान को जीवन की परेशानी छुटकारा मिलता है। ऐसे में आइए जानते हैं इन चमत्कारी उपायों के बारे में।
करें ये उपाय
- अगर आपको रुका धन प्राप्त नहीं नहीं रहा है, तो इसके लिए कालाष्टमी के दिन काल भैरव की सच्चे मन से पूजा करें। साथ ही उन्हें जलेबी का भोग लगाएं। माना जाता है कि ऐसा करने से इंसान को रुका हुआ धन प्राप्त होता है।
- इसके अलावा जीवन की परेशानी से छुटकारा पाने के लिए कालाष्टमी के दिन एक रोटी बनाकर उसे सरसों के तेल से चुपड़ लें। इसके बाद रोटी को कुत्ते को खिलाएं और साथ ही ‘रीं बटुकाय आपद्उद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ऊँ’ मंत्र का जाप करें। मान्यता के अनुसार, इस उपाय को करने से इंसान को जीवन की सभी परेशानी से छुटकारा मिलता है।
- बिजनेस में सफलता प्राप्त करने के लिए कालाष्टमी के मौके पर रोटी का चूरमा बनाकर काल भैरव को अर्पित करें। साथ ही ‘ऊँ ह्रीं बटुकाय आपद्उद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ऊँ’ मंत्र का जाप करें। इसके पश्चात लोगों में प्रसाद का वितरण करें और खुद भी ग्रहण करें।
कालाष्टमी 2024 शुभ मुहूर्त
वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि का प्रारंभ 01 मई को सुबह 05 बजकर 45 मिनट से होगा। वहीं इसका समापन 02 मई को सुबह 04 बजकर 01 मिनट पर होगा। ऐसे में कालाष्टमी का पर्व 01 मई को मनाया जाएगा।