शनि देव के प्रिय शमी के पौधे (Shami Plant Puja) की पूजा का भी विशेष महत्व है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस पौधे की पूजा करने से शनि दोष से छुटकारा मिलता है। इसलिए अगर आप शनि देव को प्रसन्न करना चाहते हैं तो शमी के पेड़ की पूजा विधिपूर्वक करें। ऐसा कहा जाता कि इससे शनिदेव खुश होते हैं।
सनातन धर्म में शनि देव की पूजा बेहद शुभ मानी गई है। शनिवार का दिन भगवान शनि को अर्पित है। ऐसा कहा जाता है कि जो लोग न्याय के देवता की पूजा करते हैं उन्हें मनचाहा वरदान प्राप्त होता है। वहीं, उनके प्रिय शमी के पौधे की पूजा का भी विशेष महत्व है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस पौधे की पूजा करने से व्यक्ति को शनि दोष से छुटकारा मिलता है।
इसके अलावा चाहे शिव पूजन हो या फिर श्री हरि विष्णु की पूजा अधिकतर धार्मिक अनुष्ठान में शमी के पत्ते का उपयोग किया जाता है, लेकिन कई लोगों के मन में ये सवाल लगातार रहता है कि क्या इस दिव्य पौधे का दान किया जाता है या नहीं ? तो आइए इसके बारे में जानते हैं –
शमी के पौधे का दान करना चाहिए या नहीं ?
जानकारी के लिए बता दें कि शमी के पौधे का दान बेहद शुभ माना जाता है। इसका दान करने से जातक को धन और वैभव की प्राप्ति होती है। साथ ही घर में बरकत बनी रहती है। इसलिए धार्मिक दृष्टि से भी शमी के पौधे का दान किया जा सकता है। कहा जाता है इस पवित्र दान से मनचाहा वर प्राप्त होता है। इसके अलावा मां लक्ष्मी की कृपा से घर से आर्थिक तंगी समाप्त होती है।
शमी के पेड़ की पूजा के लाभ
शमी के पौधे की पूजा करने से कुंडली में शनि की स्थिति शुभ और मजबूत होती है। साथ ही सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है। ऐसा माना जाता है इसके प्रभाव से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होता है। इसलिए अगर आप शनि देव को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो शमी के पेड़ की पूजा विधिपूर्वक करें।
शनिवार के दिन इसके समक्ष सरसों के तेल का दीपक जलाएं और सुबह इसपर जल जलाएं। ऐसा कहा जाता कि इससे शनिदेव खुश होते हैं।