हर साल भगवान स्वामीनारायण के जन्मदिवस के रूप में स्वामीनारायण जयंती मनाई जाती है। साथ ही इसी दिन राम नवमी का भी पर्व मनाया जाता है। धर्मग्रंथों की मानें तो श्री स्वामीनारायण ने उत्तर भारत के छप्पय गांव में खुद को प्रकट किया था। वह भगवान विष्णु के अवतार और हिंदू धर्म के प्रमुख संत थे। इस अवसर पर भगवान स्वामीनारायण की पूजा-अर्चना करने का विधान है। ऐसे में चलिए जानते हैं स्वामीनारायण जयंती डेट, पूजा विधि और महत्व के बारे में।
कब है स्वामीनारायण जयंती 2024
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर स्वामीनारायण जयंती मनाई जाती है। स्वामीनारायण जयंती आज यानी 17 अप्रैल को है। इस दिन को स्वामीनारायण समुदाय के लोग भक्ति और बेहद उत्साह के साथ मनाते हैं।
स्वामीनारायण जयंती पूजा विधि
- स्वामीनारायण जयंती के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठें और दिन की शुरुआत देवी-देवता और भगवान स्वामीनारायण के ध्यान से करें।
- इसके बाद स्नान कर साफ वस्त्र कपड़े धारण करें।
- अब भगवान स्वामीनारायण की मूर्ति को सजाएं और उन्हें विराजमान करें।
- इसके पश्चात भगवान स्वामीनारायण को चावल, कुमकुम और फल अर्पित करें।
- देशी घी का दीपक जलाकर पूजा-अर्चना करें
- जीवन में सुख और शांति के लिए प्रार्थना करें।
- अंत में विशेष चीजों का भोग लगाकर लोगों में प्रसाद का वितरण करें और खुद भी ग्रहण करें।
स्वामी नारायण जयंती का महत्व
भगवान स्वामीनारायण ने जीवन में सदैव सत्य और अहिंसा के नियमों का पालन किया। मान्यता है कि भगवान स्वामीनारायण की मां भक्ति माता उनके घनश्याम के नाम से पुकारती थीं और उनके पिता भगवान स्वामीनारायण को धर्मदेव कहा करते थे।