हनुमान जयंती पर करें अचूक उपाय

हिंदू पंचांग में चैत्र महीना विशेष रूप से देवताओं को समर्पित होता है. जहां नवरात्रि, राम नवमी और उनके भक्त हनुमान जी का जन्मोत्सव मनाया जाता है. चैत्र माह की पूर्णिमा के दिन कलयुग के भगवान कहे जाने वाले हनुमान जी के बाल रूप की पूजा की जाती है. ऐसी मान्यता है कि हनुमान जयंती के दिन हनुमान जी के बाल रूप की पूजा करने से भक्तों के जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं. साथ ही भगवान की विशेष कृपा मिलती है. उपासना करने के साथ ही यदि आप हनुमान जी से जुड़े कुछ प्रतीक चिह्न लाएं तो घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है और साधक को कई लाभ मिलते हैं. हनुमान जयंती के दिन कौन से प्रतीक चिह्न घर लाकर स्थापित करें? इस बारे में न्यूज़18 हिंदी को बताया है भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा ने.

  1. घर में लाएं सिंदूर
    भगवान हनुमान जी को लेकर गोस्वामी तुलसी दास ने भी कहा है ‘लाल देह लाली लसे अरू धर लाल लंगूर.’ इससे यह पता चलता है कि हनुमान जी को सिंदूर बहुत प्रिय है. जब उनकी पूजा की जाती है तो सिंदूर विशेष रूप से चढ़ाया जाता है. पुराणों में मान्यता है कि हनुमान जयंती के दिन घर में सिंदूर लाने से साधक का सौभाग्य जागता है. सिंदूर अर्पित करने से भगवान हनुमान की विशेष कृपा मिलती है. हनुमान जयंती पर भगवान को सिंदूर का लेप जरूर लगाएं.
  2. हनुमान जी के रूप बंदर को लाएं घर
    पुराणों में भगवान हनुमान को वानर रूप में बताया गया है. भगवान के इस रूप को शुभता का प्रतीक माना जाता है. हनुमान जयंती के दिन उनके वानर रूप यानी बंदर की फोटो या मूर्ति घर अवश्य लाएं. वानर की फोटो या प्रतिमा में एक सकारात्मक ऊर्जा समाहित होती है, जिससे घर में छाई विपदाएं दूर होती हैं. साथ ही घर में शांति का वातावरण बनता है.
  3. भगवान का अस्त्र गदा लाएं घर
    भगवान हनुमान जी के अस्त्र गदा को नकारात्मक शक्तियों के नाशक के रूप में जाना जाता है, इसलिए हनुमान जयंती के दिन घर में गदा लेकर आना चाहिए. यदि घर में कोई बुरी ऊर्जा हो और किसी प्रकार का भय सता रहा हो तो हनुमानोत्सव के दिन गदा लाकर पूजा करने के बाद पूर्व दिशा में स्थापित करना चाहिए.
  4. फरसा करें स्थापित
    यदि आपके घर में वास्तु दोष हो और आपको उसे दूर करना हो या फिर आपकी कुंडली में ग्रह दोष हो तो इसका निदान हनुमान जयंती के दिन कर सकते हैं. इसके लिए हनुमानोत्सव के दिन घर में फरसा लाना चाहिए. इसका साइज छोटा होने के साथ तांबे का बना हो तो और भी श्रेष्ठ है.
रवि प्रदोष व्रत पर करें इस चमत्कारी स्तोत्र का पाठ
कब है विकट संकष्टी चतुर्थी? लगेगी स्वर्ग की भद्रा, जानें

Check Also

जानें, कैसे पड़ा बाबा बर्फानी की गुफा का नाम अमरनाथ?

हिंदुओं के लिए पवित्र तीर्थस्थल अमरनाथ धाम (Amarnath Yatra 2024) है। धार्मिक मान्यता है कि …