यहां जानिए फाल्गुन पूर्णिमा व्रत के लाभ और नियम

ज्योतिष शास्त्र में पूर्णिमा तिथि सबसे शुभ तिथियों में से एक मानी जाती है। इस माह पूर्णिमा 25 मार्च, 2024 को पड़ रही है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, फाल्गुन मास की पूर्णिमा बहुत ही महत्वपूर्ण मानी गई है। यह दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा के लिए समर्पित है। ऐसा कहा जाता है कि जो साधक इस दिन का उपवास रखते हैं उन्हें श्री हरि की कृपा प्राप्त होती है।

ज्योतिष शास्त्र में इस दिन के व्रत को लेकर कई सारे नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करना बहुत जरूरी है। तो आइए जानते हैं –

पूर्णिमा व्रत के लाभ

  • हिंदू पंचांग के अनुसार, पूर्णिमा हर महीने एक बार आती है।
  • पूर्णिमा परिपूर्णता, प्रचुरता और समृद्धि का प्रतीक है।
  • पूर्णिमा का उपवास रखने से शरीर और मन पर कई सकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं।
  • इस उपवास के माध्यम से मन और शरीर को आराम करने का अवसर मिलता है।
  • पूर्णिमा के दिन कई प्रकार की अध्यात्मिक और धार्मिक विधियां की जाती हैं।
  • इस दिन पूजा-अर्चना करने से घर में सुख-शांति का वास रहता है।

पूर्णिमा व्रत नियम

  • पूर्णिमा के दिन जातक ब्रह्ममुहूर्त में उठें।
  • इस दिन गंगा या फिर किसी भी पवित्र नदी में डुबकी लगाएं।
  • भगवान विष्णु के लिए सुबह व्रत का संकल्प लें।
  • पूर्णिमा के लिए कोई विशेष पूजा प्रक्रिया नहीं है।
  • इस दिन भगवान सत्यनारायण की भी पूजा अवश्य करें।
  • इस दिन सात्विक भोजन का ही सेवन करें।
  • इस दिन के व्रत की शुरुआत सूर्योदय के साथ होती है और चंद्रमा के दर्शन के बाद समाप्त होती है।
  • इस शुभ दिन पर पूर्ण चंद्रमा का दर्शन और अर्घ्य देना शुभ माना जाता है।
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