हिंदू धर्म में सभी व्रत और त्योहार पंचांग की तिथियों के अनुसार ही मनाए जाते हैं। फाल्गुन माह की शुरुआत के साथ ही होली और महाशिवरात्रि जैसे प्रमुख व्रत-त्योहार का इंतजार भी शुरू हो जाता है। त्योहारों के प्रति लोगों में एक अलग उत्साह देखने को मिलता है, क्योंकि त्योहार एक ऐसा समय है जब व्यक्ति अपनी सारी परेशानियां भूलाकर अपनों के साथ खुशियां मनाते हैं।
फाल्गुन माह की शुरुआत
फाल्गुन माह की प्रतिपदा तिथि का प्रारंभ शाम 05 बजकर 59 मिनट पर होगा। वहीं प्रतिपदा तिथि 25 फरवरी को रात 08 बजकर 35 मिनट तक रहने वाली है। ऐसे में फाल्गुन माह की शुरुआत 25 फरवरी, रविवार के दिन से मानी जाएगी।
फाल्गुन के प्रमुख व्रत-त्योहार
28 फरवरी, बुधवार – द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी (भगवान गणेश की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित तिथि)
3 मार्च, रविवार – भानु सप्तमी (इस तिथि पर भगवान सूर्यदेव की पूजा वरुण रूप में की जाती है)
4 मार्च, सोमवार – जानकी जयंती (जानकी जयंती के दिन को माता सीता के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है, इसे सीता अष्टमी के नाम से भी जाना जाता है)
6 मार्च, बुधवार – विजया एकादशी ( एकादशी तिथि पर भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है)
8 मार्च, शुक्रवार – महाशिवरात्रि, ( पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इसी तिथि पर भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। इसी दिन फाल्गुन मासिक शिवरात्रि, शुक्र प्रदोष व्रत भी किया जाएगा)
10 मार्च, रविवार – फाल्गुन अमावस्या
12 मार्च, मंगलवार – फुलैरा दूज (फाल्गुन में फुलेरा दूज के दिन राधा-कृष्ण की पूजा की जाती है)
13 मार्च, दिन: बुधवार – विनायक चतुर्थी
14 मार्च, गुरुवार – मीन संक्रांति ( इस दिन सूर्य का प्रवेश मीन राशि में होने जा रहा है)
17 मार्च, रविवार – होलाष्टक का प्रारंभ
20 मार्च, बुधवार – आमलकी एकादशी
22 मार्च, शुक्रवार – शुक्र प्रदोष व्रत
24 मार्च, रविवार – फाल्गुन पूर्णिमा व्रत, होलिका दहन
25 मार्च, सोमवार – फाल्गुन पूर्णिमा, होली, चंद्र ग्रहण (होली हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है, एक-दूसरे को रंग लगाकर यह पर्व मनाया जाता है)
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