सनातन धर्म में एकादशी तिथि का अधिक महत्व है। यह तिथि जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित है। हर महीने के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को एकादशी व्रत किया जाता है। इस बार माघ माह में जया एकादशी व्रत 20 फरवरी को रखा जाएगा। साधक इस दिन श्री हरि के लिए व्रत रखते हैं और उनसे सुख, शांति का आशीर्वाद मांगते हैं। एकादशी व्रत सूर्योदय से शुरू होता है और अगले दिन द्वादशी तिथि को समाप्त होता है। इस दिन भगवान विष्णु को विशेष चीजों का भोग लगाना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से पूजा सफल होती है और श्री हरि प्रसन्न होते हैं। साथ ही सौभाग्य की प्राप्ति हो सकती है। आइए जानते हैं जया एकादशी के दिन किन चीजों को भोग में शामिल करना लाभकारी होता है।
जया एकादशी 2024 के भोग
जया एकादशी के दिन सुबह स्नान करने के बाद भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। पूजा के दौरान ईश्वर को प्रिय चीजों का भोग लगाया जाता है। जया एकादशी के दिन श्री हरि के भोग में तुलसी दल अवश्य शामिल करना चाहिए। मान्यता है कि बिना तुलसी दल के भगवान भोग को स्वीकार नहीं करते हैं। भोग लिए आप साबूदाने की खीर बना सकते हैं। इसके अलावा फल और मिठाई का भी भोग लगा सकते हैं।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान विष्णु को पंचामृत का भोग जरूर लगाना चाहिए। एकादशी के दिन श्री हरि को शक्कर, घी, दूध और दही से बने पंचामृत का भोग लगाएं। मान्यता है कि पंचामृत को भोग में शामिल करने से साधक को सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
जया एकादशी के दिन भगवान विष्णु को भोग लगाते समय निम्न मंत्र का जाप करना चाहिए।
भोग मंत्र
त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये।
गृहाण सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर ।।
इस मंत्र का अर्थ है कि हे भगवान जो भी मेरे पास है। वो आपका ही दिया हुआ है। जो आपको ही समर्पित कर रहे हैं। कृपा करके मेरे इस भोग को आप स्वीकार करें।