मंगलवार को माघ मास की पहली एकादशी, तिल से करें हवन

अभी माघ मास का कृष्ण पक्ष चल रहा है और इस पक्ष की एकादशी को षटतिला एकादशी कहते हैं। इस बार ये व्रत मंगलवार, 6 फरवरी को किया जाएगा। जैसा कि इस व्रत का नाम है षटतिला, इसमें तिल से जुड़ी 6 शुभ काम जरूर करना चाहिए।

उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के मुताबिक, षटतिला एकादशी पर तिल से नहाना, तिल का उबटन लगाना, तिल से हवन करना, तिल से तर्पण करना, तिल का भोजन और तिल का दान करना चाहिए। जानिए इन 6 कामों से जुड़ी खास बातें…

इस दिन तिल से उबटन बनाकर शरीर पर लगाना चाहिए और फिर पानी में तिल मिलाकर स्नान करना चाहिए।

भगवान विष्णु के लिए व्रत करें और इस दिन हवन भी करना चाहिए। हवन में तिल से आहूति देनी चाहिए।

एकादशी पर पितरों के लिए धूप-ध्यान करें। हथेली में जल लें और जल में थोड़े से काले तिल डाल लें। इसके बाद पितरों का ध्यान करते हुए अंगूठे की ओर से जल छोड़ दें।

षटतिला एकादशी पर तिल के लड्डू का भोग विष्णु जी को लगाएं और खाने में भी तिल जरूर शामिल करना चाहिए। इसके साथ ही जरूरतमंद लोगों को तिल और तिल से बनी चीजें दान करें।

षटतिला एकादशी से जुड़ी मान्यताएं

जो लोग इस दिन व्रत, दान, स्नान और तप करते हैं, उन्हें अक्षय पुण्य मिलता है। ऐसा पुण्य जिसका असर जीवनभर बना रहता है।

इस एकादशी पर विष्णु जी की पूजा में काले तिल खासतौर पर रखनी चाहिए।

मान्यता है कि षटतिला एकादशी व्रत से कई यज्ञों से मिलने वाले पुण्य के समान ही पुण्य फल मिलता है।

इस दिन भगवान विष्णु जी के मंत्रों (ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय) का जप करना चाहिए। विष्णु जी कथाएं पढ़नी और सुननी चाहिए। श्रीमद् भगवद् गीता, रामायण, विष्णु पुराण, गीता सार का पाठ किया जा सकता है।

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