सनातन धर्म में श्रीराम की पूजा का बेहद महत्व है। ऐसा कहा जाता है कि सच्ची भक्ति के साथ भगवान राम की पूजा करने से वे मनचाही इच्छा पूरी करते हैं। हालांकि उन्हें प्रसन्न करने के और भी दूसरे तरीके हैं जैसे कि उनके प्रिय भोग। तो आइए रघुराई के प्रिय भोग के बारे में जानते हैं।
रामलला अब अपनी जन्मभूमि में विराजमान हो चुके हैं। सनातन धर्म में भगवान राम की पूजा का विशेष महत्व है। उनकी उपासना लोगों के लिए मात्र भक्ति नहीं है, बल्कि भावनाएं हैं। ऐसा कहा जाता है सच्ची भक्ति के साथ प्रभु राम की पूजा करने से वे मनचाही इच्छा पूरी करते हैं। हालांकि उन्हें प्रसन्न करने के और भी तरीके हैं, जैसे कि उनके प्रिय भोग। तो आइए रघुराई के प्रिय भोग के बारे में जानते हैं।
भगवान राम के प्रिय भोग
तुलसी पत्र
घर में भगवान राम की पूजा करते समय आपको तुलसी पत्र अवश्य चढ़ाना चाहिए, क्योंकि तुलसी पत्र चढ़ाए बिना उनकी पूजा अधूरी मानी जाती है।
चावल की खीर
ऐसी मान्यता है कि चावल की खीर भगवान राम को बेहद प्रिय है, इसलिए भक्तों को पूजा करते समय भगवान राम को खीर का भोग जरूर लगाना चाहिए।
सूजी का हलवा
प्रभु श्रीराम को सूजी का हलवा अर्पित करना शुभ माना जाता है, लेकिन इस बात का ध्यान रहे हलवा घर पर ही बना हुआ हो। ऐसी मान्यता है कि जो लोग राम भगवान को हलवा का भोग लगाते हैं, उनके रिश्तों में सदैव मिठास बनी रहती है।
पंजीरी
पंजीरी का भी भोग राम जी को अर्पित किया जाता है। इसे तैयार करने के लिए गेहूं के आटे को देशी घी में भून लें और फिर इसे ठंडा होने दें, फिर इसमें चीनी का बूरा डालें और केले को टुकड़ों में काट कर पंजीरी में डाल दें। आप चाहें तो इसमें सूखे मेवे भी मिला सकते हैं। यह भोग रामलला को बहुत पसंद है।
पंचामृत
कच्चा दूध, दही, शहद, गाय का घी और चीनी को एक साथ मिला लें। तुलसी पत्र मिलाने के बाद यह पवित्र मिश्रण पंचामृत का रूप ले लेता है, जो भगवान राम को बेहद प्रिय है।