भगवान श्रीराम की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी जहां देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी यजमान होंगे। भगवान राम के भव्य समारोह को लेकर सभी उत्साहित हैं। यह दिन हर किसी के लिए बेहद खास होने वाला है। लोग इस दिन दिवाली की तरह मनाएंगे। आइए पंडित हर्षित शर्मा जी से जानते हैं राम मंदिर से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें –
अहमदाबाद शहर में स्थित सोमपुरा परिवार के द्वारा अयोध्या के राम मंदिर का मूल डिजाइन 1988 में तैयार किया गया था। सोमपुरा परिवार मंदिर के डिजाइन बनाने में एक पारंगत परिवार रहा है। दुनिया भर में अनगिनत मंदिर का डिजाइन सोमपुरा परिवार की पीढ़ियों द्वारा बनाया गया है, जिसमें सोमनाथ मंदिर भी शामिल है। आइए पंडित हर्षित शर्मा जी से जानते हैं राम मंदिर से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें –
मुख्य वास्तुकार
आपको बता दें, मंदिर के मुख्य वास्तुकार श्री चंद्रकांत सोमपुरा जी थे। उनकी ही पीढ़ी के उनके दो बेटे, श्री निखिल सोमपुरा जी और श्री आशीष सोमपुरा जी ने कुछ बदलावों को करते हुए एक नया डिजाइन, 2020 में तैयार किया था। अनुमान के अनुसार, मंदिर की लंबाई पूर्व से पश्चिम 380 फीट और चौड़ाई उत्तर से दक्षिण 250 फीट है, जहां भगवान विष्णु के समस्त अवतार और शिव के अवतार की आकृतियां बनाई गई है।
रामलला के प्रतिमी की पोशाक
चौथी पीढ़ी के दर्जी श्री भागवत प्रसाद जी और श्री शंकर लाल जी ने रामलला की मूर्ती की पोशाक सिली है। भगवान श्रीराम की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा 22 जनवरी, 2024 को होगी, जहां देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी यजमान होंगे। भगवान राम के भव्य समारोह को लेकर सभी उत्साहित हैं।
महत्वपूर्ण आयोजन
सभी के द्वारा कार्यक्रम में हिस्सा लेने और अपने अपने स्थानों पर जागरूकता के साथ मन में उमंग लिए कलश यात्रा, अक्षत वितरण, भेट आदि का आयोजन किया जा रहा है। बहुत से स्कूलों में भी भगवान राम, माता सीता लक्ष्मण, हनुमान जी के प्रोग्राम का मंचन अथवा ड्रेस अप उत्साह पूर्वक बनाया जा रहा है। इसके अलावा सभी मंदिरों को सजाने और साफ सफाई का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
यह दिन पूरे देश के लिए दिवाली के समान होने वाला है। यही वजह है कि माननीय श्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दिन दीपक जलाने का आग्रह किया है।