पौष पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा-व्रत करने का विधान है। साथ ही गंगा स्नान जप-तप और दान-पुण्य भी किया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करने के बाद जगत के पालनहार भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विधिपूर्वक पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है और साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
हर महीने शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि के अगले दिन पूर्णिमा मनाई जाती है। इस बार पौष पूर्णिमा 25 जनवरी को है। इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा-व्रत करने का विधान है। साथ ही गंगा स्नान, जप-तप और दान-पुण्य भी किया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, पूर्णिमा के दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विधिपूर्वक पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है और साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। ज्योतिष शास्त्र में पौष पूर्णिमा के लिए ऐसे कई सारे नियम बताए गए हैं, जिसे अनदेखा करने से इंसान को जीवन में परेशनियों का सामना करना पड़ता है। चलिए जानते हैं पौष पूर्णिमा के दिन किन कार्यों को करने से बचना चाहिए।
पौष पूर्णिमा के दिन न करें ये गलतियां
1. पौष पूर्णिमा के दिन तामसिक चीजों का सेवन न करें। कहा जाता है कि इस दिन शराब और नॉनवेज के सेवन से जीवन में संकट आते हैं।
2. पौष पूर्णिमा के दिन अपने प्रिय या जीवनसाथी के साथ वाद-विवाद करने से बचें।
3. इस दिन घर के गेट से किसी भिक्षुक को खाली हाथ नहीं लौटना चाहिए। उसे श्रद्धा अनुसार दान अवश्य दें।
4. पौष पूर्णिमा के दिन काले वस्त्र धारण करना अशुभ माना गया है। कहा जाता है कि ऐसा करने से जीवन में नकारात्मक ऊर्जा आती है।
5. इस दिन बुजुर्गों का अपमान और किसी महिला के साथ गलत व्यवहार न करें। मान्यता है कि ऐसा करने से पितृ दोष लगता है।
पौष पूर्णिमा 2024 डेट और शुभ मुहूर्त
पौष पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 24 जनवरी को देर रात्रि 09 बजकर 49 मिनट पर होगी और इसके अगले दिन यानी 25 जनवरी को देर रात्रि 11 बजकर 23 मिनट पर तिथि का समापन होगा। इस बार 25 जनवरी, गुरुवार के दिन पूर्णिमा मनाई जाएगी।