सनातन धर्म में भगवान शिव को देवाधिदेव महादेव की उपाधि दी जाती है। हिंदू धर्म में माना गया है कि भगवान भोलेनाथ की आराधना करने से व्यक्ति को जीवन के सभी कष्टों से छुटकारा मिल सकता है। वहीं विधि-विधान पूर्वक शिव चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में आ रहे दुख-दर्द दूर हो सकते हैं।
हिंदू धर्म में माना जाता है कि शिव चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति को कई तरह के लाभ मिल सकते हैं इससे भगवान शिव की कृपा आपके पर बनी रहती है लेकिन इसके साथ ही शिव चालीसा के पाठ करते समय कुछ नियमों का ध्यान रखना भी जरूरी है ताकि आपको इसका पूर्ण फल प्राप्त हो सके ऐसे मैं जानते हैं सब चालीसा से संबंधित कुछ जरूरी नियम
मिलते हैं ये लाभ
शिव चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति को किसी प्रकार का भय नहीं सताता। साथ ही व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता बनी रहती है। इसके साथ ही भोलेनाथ जी की कृपा से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं भी पूर्ण होती हैं।
दूर होती हैं परेशानियां
रोजाना सुबह स्नान आदि से निवृत होने के बाद आसन पर बैठकर 11 बार शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से जीवन में आ रही परेशानियां समाप्त हो सकती हैं। वहीं, शिव चालीसा का रोजाना पाठ करने से व्यक्ति को अपनी आर्थिक स्थिति में भी सुधार देखने को मिलता है।
इन लोगों के लिए लाभकारी है शिव चालीसा
माना जाता है कि गर्भवती महिलाओं के शिव चालीसा का पाठ करने से अद्भुत लाभ देखने को मिल सकते हैं। इसके साथ ही अगर कोई व्यक्ति लंबी बीमारी से परेशान है, तो ऐसी स्थिति में भी उसे शिव चालीसा के पाठ से स्वास्थ्य में लाभ देखने को मिल सकता है।
शिव चालीसा पाठ के नियम
शिव चालीसा का पाठ कम से कम 3, 5 या 11 बार करना चाहिए और ऐसा आपको लगातार 40 दिनों तक करना है। इसके साथ ही शिव चालीसा का पाठ करते समय तन-मन की स्वच्छता का भी ख्याल रखना चाहिए। शिव चालीसा का पाठ सुर और लयबद्ध में करना चाहिए। इसके साथ ही पाठ करते समय आपका मन एकाग्रचित होना चाहिए और उस दौरान केवल भगवान का ध्यान करें।