बसंत पंचमी और फुलेरा दूज को है अबूझ मुहूर्त, कर सकते हैं ये शुभ काम
साल 2021 में शादी के बहुत ही कम मुहूर्त हैं। जी हाँ, वहीं अगर अबूझ मुहूर्त को छोड़ दें तो अप्रैल से पहले अभी तो कोई भी मुहूर्त नहीं है। इसी वजह से लोगों को शादी जैसे मांगलिक कार्यों के लिए काफी इंतजार करना पड़ सकता है। आपको हम यह भी बता दें कि साल का पहला अबूझ मुहूर्त 16 फरवरी को बसंत पंचमी के दिन है और इसके बाद 15 मार्च को फुलेरा दूज पर पड़ेगा। ऐसे में अगर आप बसंत पंचमी के मुहूर्त पर विवाह नहीं कर पाएं हैं तो आप फुलेरा दूज पर विवाह कर सकते हैं।
जी दरअसल इस दिन को मांगलिक कार्यों के लिए बहुत शुभ माना गया है। यह दिन भी बसंत पंचमी की तरह ही शुभ होता है। इसे हानिकारक प्रभाव और दोषों से रहित माना जाता है। वैसे इस शादी के अलावा आप बसंत पंचमी और फुलेरा दूज के दिन नामकरण, पूजन, हवन, कथा, मकान, वाहन, जूलरी की खरीदारी जैसे मांगलिक कार्य भी कर सकते हैं। इस दिन कोई भी शुभ काम करने के लिए आपको किसी ज्योतिष से परामर्श लेने की जरूरत नहीं है।
फुलेरा दूज – आपको बता दें कि फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि यानी होली से कुछ दिन पहले फुलेरा दूज मनाया जाता है। यह पर्व भगवान कृष्ण को समर्पित माना जाता है। यह दिन उत्तर भारत में खासतौर पर बड़े धूमधाम से मनाते हैं और इस दिन भगवान कृष्ण की पूजा की जाती है। इस दिन ब्रज क्षेत्र में भगवान कृष्ण के सम्मान में बड़े उत्सव का आयोजन होता है। इस दिन यहाँ के मंदिरों को सजाया जाता है और भगवान को होली खेलने के लिए रंगीन कपड़े पहनाए जाते हैं। यहाँ के अनेक मंदिरों में कृष्ण लीला और भजन कीर्तन का आयोजन किया जाता है।