हमारे हिन्दू धर्म में सुबह-शाम और विभिन्न त्यौहारों पर पूजा-पाठ का विधान है. ऐसा माना जाता है कि घर में भगवान की पूजा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है. इसीलिए जिस भी घर में रोज सुबह-शाम भगवान की पूजा की जाती है उस घर से धीरे-धीरे नकारात्मक ऊर्जा ख़त्म हो जाती है और सकारात्मक ऊर्जा आ जाती है. लेकिन वही जब पूजा-पाठ की बात की जाती है तो प्रायः ऐसा देखा जाता है कि विशेष तरह की पूजा या विशेष त्यौहारों पर की जाने वाली पूजा के लिए विशेष तरह की पूजा थाली भी सजाई जाती है.
किसी भी तरह की पूजा में पूजा की थाली को सजाते समय हमें काफी सावधानी बरतनी चाहिए. हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि पूजा की थाली में कोई ऐसी चीज न रखें जिससे कि पूजा व्यर्थ हो जाय और उसका दुष्परिणाम हमें मिले.
नहीं रखना चाहिए पूजा की थाली में ये दो चीजें: किसी भी तरह की पूजा करने में सुपारी और कपूर का इस्तेमाल जरूर किया जाता है. इसलिए पूजा थाली को सजाते समय इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए कि पूजा की थाली में न तो टूटी / कटी हुई सुपारी रखनी चाहिए और न ही टूटा हुआ कपूर ही रखना चाहिए क्योंकि पूजा में केवल साबुत सुपारी का ही इस्तेमाल करने का विधान है.
पूजा में कपूर को भी कभी तोड़कर नहीं जलाना चाहिए. अगर पूजा की थाली में टूटी / कटी हुई सुपारी अथवा टूटा हुआ कपूर है तो इससे भगवान नाराज हो सकते हैं और जिस कार्य की पूर्ति के लिए पूजा की जा रही है वह कार्य भी बिगड़ सकता है.